नए ट्रैफिक नियम पर बोले गडकरी-  कानून नहीं तोड़ेंगे तो जुर्माना नहीं लगेगा

नए ट्रैफिक नियम पर बोले गडकरी-  कानून नहीं तोड़ेंगे तो जुर्माना नहीं लगेगा

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-08 08:10 GMT
नए ट्रैफिक नियम पर बोले गडकरी-  कानून नहीं तोड़ेंगे तो जुर्माना नहीं लगेगा

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  वाहनों के चालान को लेकर चल रही देशव्यापी हलचल पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने साफ कहा है कि लोगों में कानून का भय होना जरूरी है। बकौल गडकरी-मैंने भी फाइन चुकाया है। कानून नहीं तोड़ेंगे, तो जुर्माना नहीं लगेगा। दल-बदल को लेकर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि मेरे बयान को अलग तरह से प्रचारित किया जा रहा है। उस मामले में सफाई नहीं देना चाहते। जो कहा, उस पर कायम हूं। जार्ज फर्नांडीस, एबी बर्धन जैसे दिवंगत नेताओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी बदलने वाले इतिहास नहीं बनाते हैं। वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन विचारों से प्रामाणिकता आवश्यक है। अच्छे-बुरे दिन आएंगे-जाएंगे। अंधेरा-उजाला रहेगा। जनता समर्थन करती है, करती रहेगी। विचारों पर कायम रहना आवश्यक है।

यातायात नियंत्रण पहली प्राथमिकता 

चिटणीस पार्क में प्रत्यक्ष साक्षात्कार कार्यक्रम में सवालों के जवाब में  गडकरी बोल रहे थे। दक्षिणामूर्ति स्वयंसेवक गणेशोत्सव मंडल के शताब्दी वर्ष पर यह आयोजन किया गया था। बाल कुलकर्णी  व रेणुका देशकर ने जनसामान्य की ओर से सवाल पूछे। वाहन चालान के मामले पर उन्होंने कहा कि यातायात नियंत्रण के लिए कार्य करना उनकी पहली व सामाजिक प्राथमिकता है। दुनिया में सबसे अधिक वाहन दुर्घटना भारत में हो रही है। 2004 में मेरे साथ भी हादसा हुआ था। लिहाजा इस मामले पर सबसे अधिक संवेदनशील हूं। वाहन दुर्घटना में होनेवाली मौत के मामले में नियंत्रण के संकल्प को पूरा नहीं कर पाया हूं। यह भी सोचा है कि दुर्घटना में घायल के बचाव के लिए काम करनेवालों पर किसी तरह की पुलिस कार्रवाई न हो। इस संबंध में भी कानून बने। कानून कड़क होने से नियमों का पालन भी होगा। फिलहाल देश में वाहन लाइसेंस बनाने वालों की भीड़ लगने लगी है। बीमा निकाले जा रहे हैं। कैमरे लगने से सब पकड़ में आएंगे। 

3 माह में नागपुर में डीजल मुक्त वाहन

गडकरी ने कहा कि नागपुर में 3 माह में सभी बड़े वाहन डीजल मुक्त हो जाएंगे। बसेस, ट्रक को डीजल मुक्त कर बायोफ्यूल से चलाने के प्रकल्प पर काम चल रहा है। विवादित बयानों को लेकर उन्होंने संवाद माध्यम को आड़े हाथ लिया। कहा, कि बयान के केवल कुछ हिस्सों को अपने अपने तरीके से प्रसारित-प्रचारित किया जाता है। सरकार के काम में सत्यानाश के मामले पर उन्होंने कहा कि उन्होंने सरकार से अधिक स्वयं पर विश्वास रखने को कहा था। मेरे बयान को अलग तरह से पेश किया गया। एक सवाल पर कहा कि रेल के पहियों की तरह लोकतंत्र में सत्ता व विपक्ष का मजबूत होना जरूरी है। लोगों ने जवाबदार शक्तिशाली विपक्ष को भी साथ देना चाहिए। नागपुर में 50 हजार युवाओं को रोजगार का संकल्प दोहराते हुए कहा कि लघु, सूक्ष्म व मध्यम उद्योग विभाग से वे रोजगार बढ़ाने का प्रयास करेंगे। लघु उद्योग के लिए लोगों को भी आगे आना होगा। 

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