देवस्थान , नागौद अनुभाग के 22 मंदिरों के अब अपने -अपने ट्रस्ट

देवस्थान , नागौद अनुभाग के 22 मंदिरों के अब अपने -अपने ट्रस्ट

Bhaskar Hindi
Update: 2020-07-09 10:18 GMT
देवस्थान , नागौद अनुभाग के 22 मंदिरों के अब अपने -अपने ट्रस्ट

 डिजिटल डेस्क सतना। जिले के नागौद अनुभाग के 22 प्रमुख मंदिरों के अब अपने -अपने ट्रस्ट होंगे। एसडीएम दिव्यांक सिंह ने एक अभिनव पहल करते हुए देव स्थान स्तरीय समितियों का गठन किया है। इससे पहले एसडीएम ने अनुभाग क्षेत्र के राजस्व अफसरों से इस संबंध में ब्यौरा तलब किया था ताकि जनभावनाओं से जुड़े पवित्र मंदिरों को न केवल संरक्षित और संवर्धित किया जा सके बल्कि उनके गौरव और गरिमा को पुन: स्थापित भी किया जा सके। एसडीएम ने बताया कि पहले चरण में 22मंदिर चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अनुभाग क्षेत्र के अन्य महत्वपूर्ण मंदिरों में भी ट्रस्ट बनाए जाएंगे।
 ऐसी होगी समिति :------
श्री सिंह ने बताया कि मंदि
र देव स्थान स्तरीय समितियों के एसडीएम अध्यक्ष होंगे। जबकि तहसीलदार पदेन सचिव बनाए गए हैं। समिति में प्रधानपुजारी,  पीडब्ल्यूडी के एसडीओ, सीएमओ या फिर जनपद सीईओ और संबंधित क्षेत्र  राजस्व निरीक्षक के अलावा 2 अन्य गणमान्य नागरिक नामांकित सदस्य होंगे। उन्होंने बताया कि समिति मंदिरों के स्वामित्व की कृषि योग्य भूमि में उपज के लिए नीलामी की प्रक्रिया अपनाएगी। इसके मंदिर परिसर का संधारण , साफ -सफाई  एवं धार्मिक आयोजन की भी व्यवस्था करेगी। आय व्यय का लेखजोखा रखना भी इसी ट्रस्ट के जिम्मे होगा।
 बैंक में होंगे खाते :-------
एसडीएम दिव्यांक सिंह ने बताया कि सभी मंदिर के ट्रस्टों के बैंक खाते खुलवाए जाएंगे। मूल्यवान संपत्तियां मालखानों में सुरक्षित कराई जाएंगी। मंदिरों के  व्यवस्थित संचालन के लिए 60 दिन में एक बैठक अनिवार्य रुप से की जाएगी।
सभी ट्रस्ट अपने अपने वार्षिक प्रतिवेदन भी तैयार करेंगे।  
 यहां बनीं समितियां :------------
 नागौद राजस्व अनुभाग में पहले चरण में जिन मंदिरों में ट्रस्ट गठित किए गए हैं, उनमें   बिहारीजी मंदिर, मदनगोपाल मंदिर, गोपाल जी गणेश मंदिर, भोलेशंकर मंदिर, पटपर नाथ मंदिर, चौमुख नाथ मंदिर, शंकर जी मंदिर दुरेहा, कुम्हरा मठ मंदिर एवं पार्वती मंदिर जसो, आनंद माहेश्वरी मंदिर जसो, बिहारी जी मंदिर सिंहपुर, गोवद्र्धन मंदिर रहिकवारा, जानकी जी मंदिर रहिकवारा, बजरंगबली मंदिर पतवारा, जलपा देवी मंदिर, जानकी रामजी अखाड़ा नागौद, बिहारी जी मंदिर दुरेहा, बिहारी जी मंदिर रिछुल, पटपरनाथ मंदिर सिंहपुर, छतेश्वर नाथ मंदिर शिवराजपुर, राधाकृष्ण मंदिर रौड़, जानकीरमण मंदिर बिरहुली  और श्री 1008 राधारमण जी मंदिर झिंगोदर शामिल हैं।
 

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