एमआरआई के लिए एनेस्थीसिया देने में लापरवाही से मरीज की मौत
एमआरआई के लिए एनेस्थीसिया देने में लापरवाही से मरीज की मौत
डिजिटल डेस्क जबलपुर। सेंट्रल जेल सिवनी में कार्यरत मोहनियां रांझी निवासी 38 वर्षीय व्यक्ति की मौत पर परिजनों ने एमआरआई के दौरान बेहोशी के इंजेक्शन में लापरवाही बरतने संबंधी शिकायत लार्डगंज थाने में दी है।
मोहनियां निवासी विनोद कुमार पटवा ने पुलिस को सौंपे पत्र में लिखा कि उसका छोटा भाई वरुण कुमार पटवा रीढ़ की हड्डी से पीडि़त था। इसके लिए उसने डॉ. आशीष टंडन के यहाँ जाँच कराई तो उन्होंने गोलबाजार राइट टाउन स्थित केयर हाईटेक एमआरआई सेंटर से एमआरआई कराने की सलाह दी। 25 जनवरी की दोपहर 2 बजे पीडि़त को एमआरआई के लिए ले जाया गया, वहाँ मौजूद स्टाफ ने बेहोशी का इंजेक्शन लगाने की बात कर सहमति के पेपर पर हस्ताक्षर कराए। शिकायतकर्ता ने पत्र में लिखा कि करीब डेढ़ घंटे बाद उनके भाई को जाँच के बाद बाहर लाया गया तो वह मूर्छित था। पूछने पर बताया गया कि बेहोशी के इंजेक्शन के कारण ऐसा हुआ है लेकिन थोड़ी देर बाद ही उनके भाई को वहाँ का स्टाफ एम्बुलेंस से महाकोशल अस्पताल लेकर गया। वहाँ चिकित्सकों ने जाँच कर भाई को कोमा में होने की जानकारी दी, उसे वेंटीलेटर पर रखा गया, जहाँ शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
हार्ट पेशेंट था मृतक-
दूसरी ओर सेंटर के संचालक अनुराग चौरसिया का कहना है कि मृतक को निश्चेतना विशेषज्ञ ने सही तरीके से बेहोश किया था। मरीज पहले से ही हार्ट पेशेंट था, जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ी। संचालक का कहना है कि परिजन आर्थिक लाभ लेने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं जबकि उनके पास इलाज व पुरानी बीमारी संबंधी सभी दस्तावेज हैं।