इन आठ सीटों को लेकर कांग्रेस-राकांपा के बीच फंसा पेच, पुणे से पवार लड़ सकते हैं चुनाव

इन आठ सीटों को लेकर कांग्रेस-राकांपा के बीच फंसा पेच, पुणे से पवार लड़ सकते हैं चुनाव

Tejinder Singh
Update: 2018-12-27 16:27 GMT
इन आठ सीटों को लेकर कांग्रेस-राकांपा के बीच फंसा पेच, पुणे से पवार लड़ सकते हैं चुनाव

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस-राकांपा के बीच सीट बंटवारे में जिन 8 सीटों पर पेंच फंसा है, उसमें पुणे लोकसभा सीट भी शामिल है। यहां से राकांपा अध्यक्ष शरद पवार चुनाव लड़ सकते हैं। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार राकांपा पवार के लिए कांग्रेस कोटे की यह सीट चाहती है हालांकि राकांपा के नेता इस बारे में खुल कर बोलने को तैयार नहीं।

गुरुवार को राष्ट्रवादी भवन में आय़ोजित संवाददाता सम्मेलन में पुणे सीट से राकांपा सुप्रीमो शरद पवार के चुनाव लड़ने की बाबत पूछे जाने पर राकांपा के वरिष्ठ नेता व शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने कहा कि पवार साहब देशहित को ध्यान में रख कर अपनी भूमिका तय करते हैं। उनकी भूमिका साफ रहती है। वे किसी भी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। पर उन्होंने पहले ही चुनाव लड़ने को लेकर अपनी भूमिका साफ कर दी है। बता दें कि इसके पहले पवार ने कहा था कि अब वे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। लेकिन बदली हुई राजनीतिक परिस्थितियों में पवार के लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार राकांपा पवार के लिए ही पुणे सीट चाहती है। 

इन सीटों को लेकर फंसा है पेंच

महाराष्ट्र से लोकसभा की 48 सीटों में से 40 पर कांग्रेस-राकांपा के बीच सहमति बन गई है। पर अभी 8 ऐसी सीटे हैं, जिन पर सहमति नहीं बन पाई है। इनमें से 6 सीटे कांग्रेस कोटे की हैं पर इन सीटों पर इस बार राकांपा चुनाव लड़ना चाहती है। इनमें नंदुरबार, रावेर, पुणे, अहमदनगर, औरंगाबाद, यवतमाल-वाशिम, बुलढाणा और रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट शामिल है। अहमदनगर सीट राकांपा कोटे की है पर विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखेपाटील के बेटे डा सुजॉय विखेपाटील इस सीट से बतौर कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव लड़ना चाहते हैं। नंदुरबार सीट राकांपा अपने लिए चाहती है साथ ही राकांपा यवतमाल व औरंगाबाद सीट भी चाहती है। राकांपा औरंगाबाद से विधायक सतीष चव्हाण को चुनाव लड़ना चाहती है। राकांपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इन सीटों का फैसला इस आधार पर होगा कि किसके पास मजबूत उम्मीदवार हैं। कांग्रेस-राकांपा में से जिसके पास चुनाव जीतने लायक मजबूत उम्मीदवार होंगे, उनके लिए ये सीटे छोड़ दी जाएंगी। 

सरकार के खिलाफ निर्धार परिवर्तन यात्रा शुरु करेगी राकांपा

उधर केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ राकांपा राज्यभर में निर्धार परिवर्तन यात्रा निकालेगी। आगामी 10 जनवरी को रायगढ़ से शुरु होने वाल इस यात्रा के दौरान राज्य की सभी लोकसभा क्षेत्रों में तीन-तीन जनसभाओं का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटील ने गुरुवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रवादी भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पाटील ने यह सरकार को लोगों को आंदोलन भी नहीं करने दे रही है। मंत्रालय में आत्महत्या करने वाले धर्मा पाटील के बेटे को पुलिस स्टेशन में जबरन बैठाया जाता है। लग रहा है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जनआंदोलन से घबड़ा गए हैं। इस लिए लोगों को आंदोलन करने से रोकने की कोशिश की जा रही है।  उन्होंने कहा कि प्याज किसान अब भी परेशान है। अनुदान किसको दिया गया है, समझ नहीं आ रहा। पाटील ने कहा कि हमारी मांग है कि सरकार प्याज उत्पादकों से प्याज खरीदे और यह खरीद तुरंत शुरु की जाए। प्रदेश राकांपा अध्यक्ष ने बताया कि 10 जनवरी को रायगड में छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधी के दर्शन से शुरु होने वाली निर्धार परिवर्तन यात्रा 10 फरवरी तक चलेगी और पहली सभा महाड में होगी। उन्होंने कहा कि यह यात्रा राज्य के हर जिले व गांव में जाएगी और सरकार की नाकामियों का खुलास किया जाएगा। 

आठवले का बयान फिर से धोखा देने की कोशिशः अजीत पवार 

राकांपा के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी की तानाशाही के खिलाफ यह आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले कह रहे हैं कि लोगों को 15-15 लाख मिलेंगे। पर यह पैसा आएगा कहां से। अजीत ने कहा कि इस सरकार के मंत्री फिर से लोगों को धोखा देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ बड़ी बड़ी घोषणाएं कर रही पर संजय गांधी निराधार योजना में 500-500 रुपये नही दिए जा रहे हैं। लोगों में इतना गुस्सा है कि कृषि राज्य मंत्री सदाभाऊ खोत की गाडी पर टमाटर फेंके गए हैं। 

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