एसएएफ आरक्षक की हत्या के मास्टर माइंड को बचा रही पुलिस

एसएएफ आरक्षक की हत्या के मास्टर माइंड को बचा रही पुलिस

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-02 08:37 GMT
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। खमरिया थाना क्षेत्र में एसएएफ आरक्षक राजेश बेन की मौत के मामले को लेकर एसपी को एक शिकायत आरोपी बनाई गयी काजल ठाकुर के परिजनों द्वारा सौंपी गयी है। इस शिकायत में परिजनों ने मामले की पुन: जांच की मांग करते हुए हत्या के मास्टर माइंड को पुलिस द्वारा बचाए जाने का आरोप लगाया है। शिकायत में कहा गया है कि हत्या की साजिश किसी और के द्वारा रची गयी थी और मृतक की पत्नी को धमकाकर यह कृत्य करवाने वाला पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस मामले में एक सूदखोर का नाम भी सामने आाया है किंतु पुलिस इस एंगल से जांच नहीं कर रही है।

साजिश किसी अन्य के द्वारा रची गयी

इस संबंध में दी गयी शिकायत में बताया गया कि आरक्षक की हत्या के मामले में पुलिस ने उसकी पत्नी दुर्गा, काजल ठाकुर 16 वर्षीय व मृतक की सास सुकरानी को आरोपी बनाया है, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम की साजिश किसी अन्य के द्वारा रची गयी और वह पूरी तरह बच निकला है। शिकायत में सूदखोर सोनू सोनकर की गतिविधियों को संदिग्ध बताते हुए कहा गया है कि उसने जब मृतका की पत्नी दुर्गा का कॉल रिकॉर्ड कर लिया था तब पुलिस को यह जानकारी तत्काल क्यों नहीं दी। शिकायत में सोनू के द्वारा आरक्षक की पत्नी पर दबाव बनाए जाने सहित कई गंभीर आरोप भी लगाए गये हैं। इन आरोपी की जाँच कर निष्पक्ष कार्रवाई की माँग की गयी है।

सूदखोर के पास था एटीएम 

शिकायत में बताया गया है कि मृतक आरक्षक राजेश बेन द्वारा सूदखोर सोनू से 3 से 4 लाख रुपये कर्ज लिया गया था। कर्ज नहीं चुकता होने की स्थिति में सूदखोर ने उसका एटीएम अपने पास रख लिया था और सैलरी आने पर आरक्षक को कुछ रकम देकर बाकी राशि निकाल लेता था। शिकायतकर्ता नेहा ठाकुर ने हत्याकांड की निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है। 
 

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