कुरान की आयतों का गलत अर्थ बता उकसाया, मुंब्रा-औरंगाबाद में संदिग्धों की गिरफ्तारी से खुलासा

कुरान की आयतों का गलत अर्थ बता उकसाया, मुंब्रा-औरंगाबाद में संदिग्धों की गिरफ्तारी से खुलासा

Tejinder Singh
Update: 2019-01-30 13:53 GMT
कुरान की आयतों का गलत अर्थ बता उकसाया, मुंब्रा-औरंगाबाद में संदिग्धों की गिरफ्तारी से खुलासा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने आईएस से जुड़े जिन 10 आरोपियों को मुंब्रा और औरंगाबाद से पकड़ा है। उन्हें अफगनिस्तान में बैठे अब्दुल राशिद और सीरिया में रह रहे हैंडलर शफी अरमर ने भड़काया था। अब तक की छानबीन में खुलासा हुआ है कि दोनों आरोपियों ने युवकों को कुरान की आयतों के गलत और भड़काने वाले अर्थ बताकर आतंकवाद के लिए उकसाया। राशिद मूल रूप से केरल का रहने वाला है, लेकिन कुछ साल पहले वह आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए परिवार के साथ भारत छोड़कर चला गया था।

एक एटीएस अधिकारी के मुताबिक शफी और राशिद सोशल मीडिया के जरिए पकड़े गए युवकों के संपर्क में थे। उन्होंने युवकों को भड़काने के लिए कुरान की आयतों के गलत अर्थ बताए। दावा किया कि वे जो करने जा रहे हैं, वह सही है। आरोपी युवक पकड़े जाने से बचने के लिए कई सावधानियां बरत रहे थे। वे आपसी बातचीत के लिए कोड भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे, जिसे कोई और न समझ पाए।

आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हमले के लिए घातक रसायन और दूसरे सामान खरीदे जा रहे थे। हैंडलरों ने आरोपियों को हिदायत दे रखी थी कि वे गलती से भी सभी सामान एक साथ और एक जगह से न खरीदें। धीर-धीरे जहां से जो सामान मिल जाए उसे इकठ्ठा करते रहें। आरोपियों ने आतंकी हमले के बाद देश छोड़कर भागने की भी तैयारी शुरू कर दी थी। इसके लिए पैसे इकठ्ठा किए जा रहे थे।

बता दें कि मामले में नौ आरोपियों को एटीएस ने गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। एटीएस का दावा है कि पकड़े गए आरोपी घातक रसायनों को जलस्त्रोत में मिलाकर बड़ी संख्या में लोगों की जान लेने की तैयारी कर रहे थे। 

 

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