रहस्यमय बीमारी से बाघों की मौत का राज पता करने रेस्क्यू टीम ले रही सेंपल
रहस्यमय बीमारी से बाघों की मौत का राज पता करने रेस्क्यू टीम ले रही सेंपल
डिजिटल डेस्क सिवनी । पेंच टाइगर रिजर्व में तीन बाघों की रहस्यमय बीमारी से हुई मौत के मामले को लेकर बाघों के ब्लॅड सेंपल लेने के लिए टीम बुधवार को भी जुटी रही। हालांकि बाघों का लगातार मूवमेंट बदल रहा है। ऐसे में पार्क अधिकारी और भी हाथियों को इस काम के लिए भेज सकते हैं। फिलहाल जंगबहादुर और शैरोन को लगाया गया है।
छिंदवाड़ा क्षेत्र में ही मौत
जानकारी केअनुसार जिन तीन बाघों की मौत हुई थी उनके शव छिंदवाड़ा क्षेत्र के गुमतरा रेंज में ही मिले थे। पार्क के अधिकारियों को आशंका है कि यदि कोई बीमारी है तो वह इसी क्षेत्र में पता लग सकती है। इसके लिए वे यहां पांच बाघों के सेंपल लेने की कार्रवाई कर रहे हैं।
संवेदनशीलता को लेकर अभियान
संभवत: बाघों को पकड़कर उनके सेंपल लेने के लिए यह पहली बार पेंच में काम का रहा है। पार्क अधिकारी बाघ जैसे मामले को संवेदनशील मानते हुए सेंपलिंग के लिए रेस्क्यू करवा रहे हैं। हाथियों की मदद से बाघों को ट्रेंकुलाइज किया जाएगा। बारिश और झाडिय़ों के बढऩे से टीम को दिक्कतें भी हो रही है।
पार्क बंद नहीं, आ रहे पर्यटक
एनटीसीए(नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथार्टी ऑफ इंडिया) ने आठ जून से सभी टाइगर रिजर्व को आगामी आदेश तक बंद रखने के लिए कहा था। हालांकि पेंच रिजर्व नौ जून को भी शुरु रहा। यहां पर बुधवार को एक शिफ्ट शुरु थी जहां पर 48 गाडिय़ों में 200 से अधिक पर्यटक आए। पार्क अधिकारियों का कहना है कि पार्क बंद करने का निर्णय मुख्यालय के आदेश पर होगा। हालांकि सामान्य परिस्थितियों में पार्क एक जुलाई से मानसून को लेकर बंद हो जाएगा।