जबलपुर : ओमती थाने में व्यापारियों की पिटाई से बवाल, दो पुलिस कर्मी लाइन अटैच
जबलपुर : ओमती थाने में व्यापारियों की पिटाई से बवाल, दो पुलिस कर्मी लाइन अटैच
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। ओमती थाने में गुरुवार की दोपहर व्यापारियों की पिटाई के बाद हंगामा मच गया। जैसे-जैसे खबर फैली वैसे-वैसे शहर भर के व्यापारिक संगठन के लोग थाने पहुंचते चले गए।व्यापारियों ने ओमती थाने के दो पुलिसकर्मियों पर अवैध मांग पूरी न होने पर मारपीट का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। तीन घंटे तक व्यापारी थाने के अंदर धरना देकर बैठे रहे और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। इस दौरान एसपी अमित सिंह भी थाने पहुंच गए, जिनकी कुछ व्यापारियों से तीखी-नोकझोंक भी हुई।
देर शाम एसपी सिंह ने व्यापारियों के आरोप में ओमती थाने के दो पुलिस कर्मियों रोहित द्विवेदी और सत्येन्द्र यादव को लाइन अटैच करते हुए पूरे घटनाक्रम की जांच के आदेश दिए, तब जाकर मामला शांत हुआ। पुलिस के अनुसार एक व्यापारी की मां ने अपने बेटे के अपहरण की सूचना दी थी, जिस पर पुलिस कार्रवाई के लिए पहुंची थी।
ओमती थाना प्रभारी नीरज कुमार वर्मा ने बताया कि गुरुवार की दोपहर डेढ़ बजे ग्वारीघाट आस्था नगर निवासी रेशमा दौलतानी थाने पहुंची थीं। जिन्होंने बताया कि गुरंदी स्थित उनकी दुकान से उनके बेटे अमित को भरत चिमनानी और उसका भाई मनीष चिमनानी अपनी नया मोहल्ला स्थित दुकान मारते-पीटते हुए ले गए हैं। जिस पर ड्यूटी अधिकारी एसआई मदन सिंह, आरक्षक सत्येंद्र यादव और रोहित द्विवेदी के साथ भरत चिमनानी की दुकान पर पहुंचे थे। टीआई वर्मा के अनुसार वहां भरत और उसका भाई मनीष सत्येंद्र और रोहित से विवाद करने लगे, आरक्षकों ने सैट से विवाद की जानकारी दी, जिसके बाद वे स्टाफ के साथ खुद पहुंचे और फिर सभी लोगों को थाने लाया गया।
थाने में चाचा को भी पीटा
भरत के अनुसार वो हाईडायबिटीज हैं, जिसके चलते उसकी किडनी भी ट्रांसप्लांट हो चुकी है। यह बात उसने पुलिस वालों को बताई थी, लेकिन इसके बावजूद उसे व उसके भाई को पुलिस कर्मी थाने में बुरी तरह पीटते रहे। उसके चाचा अंबू चिमनानी पहुंचे तो रोहित और सत्येंद्र ने उन्हें भी पीटना शुरू कर दिया।
हिन्दूसेवा परिषद कार्यकर्ता ने डाला केरोसिन
भरत चिमनानी हिन्दू सेवा परिषद का सक्रिय कार्यकर्ता है। जिसकी पिटाई होने पर हिन्दू सेवा परिषद अध्यक्ष अतुल जेसवानी व अन्य कार्यकर्ता थाने पहुंच गए थे। जहां उनका आरक्षक सत्येंद्र और रोहित से विवाद हो गया। इस बात से नाराज परिषद के एक कार्यकर्ता ने थाना परिसर में खुद पर मिट्टी तेल डाल लिया, जिसके कारण विवाद ने और भी तूल पकड़ लिया।
दुर्भाग्यपूर्ण है व्यापारियों की पिटाई
व्यापारियों के बुलावे पर कैंट विधायक अशोक रोहाणी, महाकोशल चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष रवि गुप्ता के साथ दर्जनों व्यापारी संगठन के सैकड़ों व्यापारी ओमती थाने पहुंच गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो गई।
25 हजार की मांग, न देने पर पीटा
पीड़ित व्यापारी भरत और मनीष चिमनानी ने बताया कि उनका तेल और शक्कर का पुश्तैनी कारोबार है। जिसके चलते उन्होंने गुरंदी के चिरौंजी व्यापारी अमित और उसके पिता दौलतराम दौलतानी को दो लाख का माल दिया था। लेकिन कई महीनों से अमित पैसा नहीं देते हुए छिप रहा था। भरत के अनुसार गुरुवार की दोपहर वो नया मोहल्ला स्थित दुकान में बैठा था, तभी उसे अमित दिख गया और उसने उसे रोककर मुकेश दौलतानी को फोन करके निपटारे के लिए दुकान बुलाया। लेकिन कुछ देर बाद पुलिस पहुंच गई और आरक्षक रोहित व सत्येंद्र ने अपहरण के केस में बंद करने का डर दिखाते हुए 25 हजार रुपयों की डिमांड की, लेकिन वे लोग नहीं मानें तो उन्हें बुरी तरह पीटते हुए वायरलैस सैट पर झूठा संदेश भेजकर फोर्स बुला ली। व्यापारियों का आरोप था कि ओमती पुलिस के कई कर्मचारी व्यापारियों से पहले भी अवैध वसूली कर चुके हैं, लेकिन शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। यही वजह थी कि भारी संख्या में व्यापारियों ने इस घटना का विरोध किया।
इनका कहना है
ओमती थाने में हुए घटनाक्रम को लेकर दो आरक्षकों को लाइन अटैच कर दिया गया है, पूरे घटनाक्रम की जांच कराई जा रही है, जो तथ्य सामने आएंगे उस पर वैधानिक कार्रवाई होगी।
अमित सिंह, एसपी