जंगल सफारी का लुत्फ उठाएंगे स्टूडेंट्स, जिप ने रखा प्रावधान

जंगल सफारी का लुत्फ उठाएंगे स्टूडेंट्स, जिप ने रखा प्रावधान

Anita Peddulwar
Update: 2018-03-12 05:51 GMT
जंगल सफारी का लुत्फ उठाएंगे स्टूडेंट्स, जिप ने रखा प्रावधान

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  स्कूल के बच्चों को जंगल सफारी करवाने के लिए जिला परिषद ने तैयारी की है। जिससे  जिला परिषद स्कूलों में पढ़नेवाले स्टूडेंट्स को अब यह लाभ शीघ्र मिलने की उम्मीद है। वे जंगल सफारी का आनंद उठा सकेंगे।  नागपुर जिला परिषद में मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. कादंबरी बलकवड़े ने यह पहल की है। जंगल सफारी पर खर्च के लिए जिप के बजट में 5 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। राज्य में नागपुर जिला परिषद ने पहली बार विद्यार्थियों के लिए यह कदम उठाया है।

पढ़ाएंगे वन्यजीवों के संरक्षण का पाठ
पर्यावरण संवर्धन, जंगल और वन्यजीवों के संरक्षण का स्टूडेंट्सको संदेश देने के लिए जिला परिषद स्कूलों के स्टूडेंट्स को जंगल सफारी कराई जाएगी। औद्योगिकरण और बस्तियों के विस्तार से वनक्षेत्र कम हो रहा है। जंगलों में मानवी हस्तक्षेप बढ़ रहा है। वन्यजीव जंगल छोड़कर बस्तियों का रुख करने लगे हैं। वन्यजीव और मानव के बीच संघर्ष शुरू होने से वन्यजीवों की संख्या घट रही है। पर्यावरण पर इसका प्रतिकूल परिणाम हो रहा है। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए वन्यजीवों का संरक्षण आवश्यक है।स्टूडेंट्स को जंगल के सान्निध्य में ले जाकर उन्हें वन और वन्यजीवों के संरक्षण के पाठ पढ़ाए जाएंगे।स्टूडेंट्स को जंगल सफारी करवाकर अभयारण्य, व्याघ्र प्रकल्पों के बफर जोन का दर्शन कराया जाएगा। जिला परिषद में मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. बलकवड़े की पहल पर बजट में स्टूडेंट्स की जंगल सफारी के लिए 5 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है। शैक्षणिक वर्ष 2018-2019 में जिला परिषद स्कूलों के स्टूडेंट्स को जंगल सफारी का आनंद मिलेगा।

होंगे कारगर कदम
जिला परिषद स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या तेजी से कम हो रही है। इसे रोकने के लिए डिजिटल स्कूल, जिप स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम के पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। अब विद्यार्थियों को जंगल सफारी कराने का निर्णय लिया गया है। निजी स्कूलाें के साथ स्पर्धा में जिप स्कूलाें का अस्तित्व बनाए रखने की दिशा में यह कदम कारगर साबित होगा। 
 

Similar News