4 युवकों के अपहरण की खबर से सनसनी, खोदा पहाड़ निकली चुहिया

4 युवकों के अपहरण की खबर से सनसनी, खोदा पहाड़ निकली चुहिया

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-15 08:04 GMT
4 युवकों के अपहरण की खबर से सनसनी, खोदा पहाड़ निकली चुहिया

डिजिटल डेस्क सतना। दस्यु प्रभावित क्षेत्र मझगवां के कठौता गांव से दिन-दहाड़े 4 युवकों के अपहरण की खबर से हडकंप मच गया। प्रशासन और पुलिस अफसरों के हाथ-पैर फूल गए। आनन-फानन कई थानों की पुलिस जंगल में उतार दी गई। मुखबिरों को अलर्ट किया गया तो मैराथन सर्च ऑपरेशन की तैयारी शुरू हो गई। इसी बीच आरपीएफ थाने से आई सूचना से सबने राहत की सांस ली। 

क्या है मामला 
इस संबंध में मझगवां टीआई शंखधर द्विवेदी ने बताया कि सोमवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे खबर आई कि कठौता गांव से 4 लड़कों का अपहरण हो गया, लिहाजा वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उधर पुलिस कप्तान राजेश हिंगणकर के निर्देश पर बरौंधा, सिंहपुर, कोठी समेत कई थाना प्रभारी भी अपनी-अपनी टीम के साथ सर्चिंग में जुट गए। गांव पहुंचकर लोगों से पूछतांछ शुरू कर दी गई, तभी किसी ने बताया कि युवकों को ले जाने वाले लोग पुलिस जैसे लग रहे थे। तब आसपास के थानों व जीआरपी से संपर्क किया गया, पर हर जगह से निराशा हाथ लगी। 

तब ली राहत की सांस 
कुछ देर बार आरपीएफ थाने से निरीक्षक मान सिंह ने फोन कर खुलासा किया कि कठौता निवासी राजा सिंह पुत्र सूर्यबली सिंह गोंड 35 वर्ष और दरबारी सिंह गोंड पुत्र गिरिवर सिंह 30 वर्ष को उनकी टीम ने पटना-पुणे एक्सप्रेस के इंजन में पत्थरबाजी करने पर पकड़ा था, जिनमें से दरबारी को छोड़ दिया गया है। तब जाकर थाना प्रभारी ने वरिष्ठ अधिकारियों को अपहरण कांड की सच्चाई से अवगत कराया तो सभी ने राहत की सांस ली। 

यह थी घटना 
आरपीएफ थाना प्रभारी मान सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह साढ़े 8 बजे पटना-पुणे एक्सप्रेस जब खुटहा और चितहरा के बीच पहुंची, तभी कुछ युवकों ने इंजन पर पत्थर फेंके। जिससे लुकिंग ग्लास क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना की शिकायत लोको पायलेट एमएम मिश्रा व असिस्टेंट पायलेट चन्द्रशेखर राय ने स्टेशन मास्टर से की, जिन्होंने आरपीएफ को मेमो जारी कर दिया। तब सतना पोस्ट से थाना प्रभारी श्री सिंह अपने सहयोगी एसआई डीके पटेल व दो अन्य जवानों को लेकर घटना स्थल के लिए रवाना हो गए।

आरपीएफ टीम ने आसपास के इलाके में तलाश कर राजा सिंह गोंड व दरबारी सिंह गोंड को हिरासत में लेकर पूछतांछ की तो दोनों ने पहले पत्थरबाजी से इंकार किया फिर दरबारी ने यह कहते हुए सच बता दिया कि वह खरगोश को निशाना बनाकर पत्थर मार रहा था, जबकि राजा ने इंजन पर पत्थर फेंका था। खुलासा होने पर दरबारी को छोडकऱ आरपीएफ टीम राजा को अपने साथ ले आई, जिसे मंगलवार को रेल न्यायालय जबलपुर में पेश किया जाएगा। 

दरबारी ने किया भ्रमित 
आरपीएफ टीम द्वारा छोड़े जाने के बाद दरबारीलाल सीधे घर गया, जहां उसने सभी से यह बताया कि 4-5 बदमाशों ने राजा का अपहरण कर लिया है। धीरे-धीरे यह चर्चा गांव में फैल गई और जब पुलिस के पास खबर पहुंची, तब तक अगवा होने वाले लोगों की संख्या 4 तक पहुंच चुकी थी। उधर पुलिस भी इस बात से हैरत में थी कि जब इलाके में कोई गिरोह सक्रिय नहीं है तो किसने दिन-दहाड़े वारदात को अंजाम दिया। 

 

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