सर्वर ने दिया धोखा - 2 लाख परिवारों को नहीं मिला राशन

सर्वर ने दिया धोखा - 2 लाख परिवारों को नहीं मिला राशन

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-21 13:25 GMT
सर्वर ने दिया धोखा - 2 लाख परिवारों को नहीं मिला राशन

पहले दुकानें बंद रहने से परेशान रहे हितग्राही, अब तकनीकी समस्या ने बढ़ाई दिक्कत
डिजिटल डेस्क जबलपुर । ग
रीबों को इस माह राशन मिलने में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी भी 2 लाख से ज्यादा ऐसे परिवार हैं जो राशन के लिये भटक रहे हैं। इस बार सर्वर डाउन होने के कारण पीओएस मशीनें नहीं चल रही हैं जिससे गरीबों को राशन नहीं बँट पा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि सर्वर की समस्या सिर्फ जबलपुर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में है। हालाँकि हितग्राहियों का कहना है कि उन्हें राशन नहीं मिलेगा तो वे खाएँगे क्या, जिसका जवाब भी अधिकारी नहीं दे पा रहे हैं। जिले में 3 लाख 43 हजार 259 से ज्यादा ऐसे परिवार हैं जिन्हें हर माह सहकारी उचित मूल्य दुकानों से राशन वितरित किया जाता है। अभी की स्थिति में 1 लाख 16 हजार 150 हितग्राहियों को ही राशन बाँटा जा सका है। बाकी के हितग्राही हर दिन दुकान के सामने कतार लगाये खड़े रहते हैं, लेकिन पिछले कई दिनों से उन्हें यह कहकर दुकान से लौटाया जा रहा है कि सर्वर डाउन है, इसलिये राशन नहीं मिलेगा। हितग्राही निराश होकर चला जाता है।  
कहाँ कितने लोगों को मिला राशन
नगर निगम सीमा क्षेत्र में 1 लाख 26 हजार 165 हितग्राही परिवार जुड़े हैं इनमें से अभी 57 हजार 429 को ही राशन वितरित हुए इस तरह यहाँ 45 फीसदी राशन बाँटा गया है। इसी तरह केंट क्षेत्र में 5891 हितग्राही हैं इनमें से 3 हजार 80 को राशन मिला है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में भी कम परिवारों को ही राशन मिल पाया है। जिले में अभी तक 34 फीसदी ही राशन िवतरित हुआ है। वहीं इससे पहले राशन दुकानदार हड़ताल पर थे जिसके कारण राशन नहीं बाँटा गया, वहीं अब सर्वर की समस्या हो गई है। वहीं महीना खत्म होने में सिर्फ 8 दिन बचे हैं ऐसे में अगर परिवारों तक राशन नहीं पहुँचा तो उनकी मुश्किलें बढ़ जायेंगी। 
इनका कहना है
सर्वर ठीक न होने से पीओएस मशीनों से राशन वितरित नहीं हो पा रहा है। भोपाल में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों से बात की गई है उनका कहना है कि जल्द सुधार होगा। सोमवार से राशन वितरित होने की उम्मीद है। अगर समस्या हल नहीं हुई तो हितग्राहियों तक राशन पहुँचाने प्रयास किये जायेंगे। 
-सुधीर दुबे, जिला आपूर्ति नियंत्रक
 

Tags:    

Similar News