हमले के शिकार शर्मा बीजेपी से जुड़े. राज्यपाल से मुलाकात कर बोले - महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत

हमले के शिकार शर्मा बीजेपी से जुड़े. राज्यपाल से मुलाकात कर बोले - महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत

Anita Peddulwar
Update: 2020-09-15 12:01 GMT
हमले के शिकार शर्मा बीजेपी से जुड़े. राज्यपाल से मुलाकात कर बोले - महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना कार्यकर्ताओं की मारपीट के शिकार हुए नौसेना के पूर्व अधिकारी मदन शर्मा ने राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मिलकर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। शर्मा ने मंगलवार को राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की। इस मौके पर मुंबई भाजपा के अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढा और भाजपा विधायक अतुल भातखलकर भी मौजूद थे। पत्रकारों से बातचीत में शर्मा ने कहा कि मैंने राज्यपाल से प्रदेश की महाविकास आघाडी सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। राज्यपाल ने मुझे आश्वासन दिया कि वे इसके लिए केंद्र सरकार से बात करेंगे। शर्मा ने कहा कि पिछले एक साल से राज्य में कानून व्यवस्था कमजोर होती जा रही है। राज्य में तरह-तरह की घटनाएं हो रही है। पुलिसकर्मियों पर दबाव है। इस कारण पुलिस कर्मियों को बदनाम होना पड़ता है। इसलिए मैंने राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। शर्मा ने कहा कि मैंने अपने ऊपर हुए शिवसैनिकों के हमले के बारे में राज्यपाल को बताया है। मुझ पर हमला करने वाले आरोपियों के खिलाफ कमजोर धाराएं लगाई गई हैं। इस पर राज्यपाल ने कार्रवाई का भरोसा दिया है। मारपीट मामले के आरोपियों को दोबारा गिरफ्तार करने पर शर्मा ने कहा कि इतने हंगामे के बाद पुलिस को यह कदम उठाना पड़ा है। राज्य में कानून-व्यवस्था कहां है। कानून सभी के लिए एक समान होना चाहिए। 

भाजपा से जुड़ गए शर्मा 

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से संबंधित कार्टून फॉरवर्ड करने के बाद शिवसैनिकों के हमले का सामना करने वाले शर्मा ने भाजपा और आरएसएस के साथ जुड़ने की घोषणा की है। शर्मा ने कहा कि शिवसैनिकों ने मुझे मारते समय कहा था कि मैं भाजपा और आरएसएस का चमचा हूं। तब मैं भाजपा में नहीं था लेकिन अब मैंने भाजपा के साथ जुड़ने का फैसला किया है। शर्मा ने कहा कि देश के पूर्व सैनिक भाजपा और आरएसएस से जुड़ रहे हैं। हम लोग आम लोगों पर अन्याय नहीं होने देंगे। जहां भी गुंडागर्दी होगी हम वहां जाकर इसे रोकेंगे। वहीं भाजपा विधायक भातखलकर ने कहा कि राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब ने शर्मा के साथ हुई गुंडागर्दी का समर्थन किया है। परब ने धमकी दी है कि अगर कोई कार्टून भेजेगा तो उसके साथ ऐसा ही व्यवहार होगा। शिवसेना सांसद संजय राऊत ने भी शर्मा के पूर्व सैनिक होने का मजाक उड़ाया है। हमने इसकी शिकायत राज्यपाल से की है। 

हमला करने वाले शिवसेना कार्यकर्ता फिर गिरफ्तार 

मदन शर्मा के हमले के मामले में पुलिस ने छह आरोपी शिवसैनिकों को सोमवार रात फिर से गिरफ्तार कर लिया। समता नगर पुलिस ने मामले में आरोपियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर में आईपीसी की धारा 452 के तहत किसी के घर में जबरन दाखिल होकर मारपीट करने का मामला भी जोड़ा जिसके बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार को सभी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 15 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत मिल गई। इससे पहले भी समता नगर पुलिस ने मामले में इन आरोपियों को गिरफ्तार किया था लेकिन सभी को पुलिस स्टेशन से ही जमानत दे दी गई थी। जिसके चलते इस मुद्दे पर सरकार और पुलिस की आलोचना हो रही थी। पुलिस ने मामले में कमलेश कदम, संजय मांजरे, राकेश वेर्णेकर, प्रताप ओला, सुनील देसाई और राकेश मोईक नाम के शिवसैनिकों को गिरफ्तार किया था। बोरिवली स्थित अदालत में पेशी के बाद पहले सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इसके तुरंत बाद आरोपियों के वकील ने जमानत अर्जी दी जिसे अदालत  ने स्वीकार कर लिया और सभी को 15 हजार रुपए के निजी मुचलके पर रिहा कर दिया। बता दें कि ह्वाट्सएप पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कार्टून भेजने से नाराज शिवसैनिकों ने 65 वर्षीय शर्मा पर उनके घर मे घुसकर हमला कर दिया था।

देशमुख 9 महीने सो रहे थे क्या - भातखलकर

प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख द्वारा जलगांव के पूर्व सैनिक सोनू महाजन पर साल 2016 में हुए हमले के मामले में चालीसगांव के तत्कालीन विधायक तथा सांसद उन्मेष पाटील के खिलाफ जांच करने की घोषणा पर भाजपा ने निशाना साधा है। भाजपा विधायक भातखलकर ने कहा कि देशमुख 9 महीने से सो रहे थे क्या? उन्हें अब समझ में आया है कि जांच करनी है? वे जांच के बारे में अभी ट्वीट क्यों कर रहे हैं? उनको जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए। भातखलकर ने कहा कि देशमुख महाराष्ट्र के अब तक के सबसे असफल गृहमंत्री हैं। देशमुख राज्य के गृहमंत्री नहीं बल्कि राकांपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। राज्य का गृह विभाग राकांपा और शिवसेना के एक्सटेंशन काउंटर के रूप में काम कर रहा है। कंगना को क्यों नहीं रोक सकी पुलिस अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई से हिमाचल प्रदेश में लौटने पर कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत की टिप्प्णी पर भातखलकर ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि कंगना को मुंबई पुलिस ने क्यों नहीं रोका। गृहमंत्री ने विधानसभा में कहा था कि कंगना के ड्रग कनेक्शन के बारे में उन्हें शिकायत मिली है। 

यह मकान मालिक व किराएदार का विवाद

इस बीच भाजपा नेता चित्रा वाघ ने एक वीडियो ट्विट कर कहा कि सोनू महाजन का मामला किराएदार व घर मालिक के बीच का विवाद था। राज्य में दुष्कर्म, महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने की बजाय गृहमंत्री को किराएदारी का विवाद ज्यादा गंभीर नजर आ रहा है। 

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