अंतरराज्यीय चोर पुलिस के हत्थे चढ़े, प्रापर्टी डीलर के बेटे का अपहरण कर फिरौती मांगने वाले भी धराए

अंतरराज्यीय चोर पुलिस के हत्थे चढ़े, प्रापर्टी डीलर के बेटे का अपहरण कर फिरौती मांगने वाले भी धराए

Anita Peddulwar
Update: 2019-05-03 09:33 GMT
अंतरराज्यीय चोर पुलिस के हत्थे चढ़े, प्रापर्टी डीलर के बेटे का अपहरण कर फिरौती मांगने वाले भी धराए

डिजिटल डेस्क, नागपुर। छत्तीसगढ़ से चोरी कर भागे अंतरराज्यीय स्तर के दो चोरों को स्थानीय अपराध शाखा के दस्ते ने धरदबोचा। दोनों चंदन और सेंधमारी की घटनाओं में लिप्त हैं। शुक्रवार को उन्हें छत्तीसगढ़ पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। आरोपी शेर मोहम्मद रशीद (58), हिमाचल प्रदेश के देवी नगर पोंटा साहिब, जिला सिरमोर और उत्तराखंड़ के देहरादून के आजाद कालोनी का नूर हसन कालू (40) है। लगभग 30 सालों से शेर मोहम्मद हिमाचल प्रदेश और पंजाब प्रांत में चंदन की तस्करी में लिप्त है तथा नूर हसन सेंधमारी करने में माहिर है। देहरादून में उसके खिलाफ 25 प्रकरण दर्ज हैं। पिछले दस दिनों से दोनों छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में थे। इस दौरान तीन स्थानों पर उन्होंने चोरी की। डेढ़ किलो सोना चोरी किया, जो उत्तराखंड़ के सहारनपुर में बेच दिया। आरोपियों की तलाश में रायपुर पुलिस के अपराध शाखा का दस्ता लगा हुआ था। आरोपी नागपुर की दिशा में बस अथवा ट्रेन से भागने की गुप्त जानकारी रायपुर के डीसीपी अभिषेक महेश्वरी को मिली। उन्होंने नागपुर के अपराध शाखा के उपायुक्त नीलेश भरणे से संपर्क किया। पुलिस ने रायपुर से नागपुर आने वाली सरकारी और निजी बस, ट्रेनों में सघन तलाशी अभियान चलाया। इस बीच शालिमार एक्सप्रेस में आरोपी शेर मोहम्मद और नूर हसन पुलिस के हाथ लगे। उन्हें िगरफ्तार कर अपराध शाखा में लाया गया। रायपुर पुलिस को गिरफ्तारी की जानकारी दी गई। पूछताछ के बाद आरोपियों को रायपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।

फिरौती मांगने वाले भी धराए 

प्रापर्टी डीलर के बेटे का अपहरण कर 3 लाख की फिरौती मांगने वाले अपहरणकर्ता को पुलिस ने दबोच कर सींखचों में भेज दिया है। प्रतापनगर थानांतर्गत एक प्रापर्टी डीलर के बेटे का कार में अपहरण कर ले जाने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने धर-दबोचा। प्रापर्टी डीलर के बेटे का अपहरण करने के बाद आरोपियों ने उसे एक फ्लैट में बंधक बनाकर रखा था और पिटाई करने के बाद उसके परिजनों से 3 लाख रुपए की फिरौती मांग रहे थे। 

30 हजार रुपए लिया था कर्ज
पुलिस के अनुसार प्रदीप घनश्याम मेश्राम प्रॉपर्टी डीलर है। प्रदीप का बेटा स्वप्निल मेश्राम इंजीनियरिंग के चौथे वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। उसके कॉलेज में आरोपी श्रेयस शेखर बोरकर (25) सुभाष नगर, कामगार कॉलोनी निवासी भी पढ़ता है। श्रेयस से स्वप्निल ने 30 हजार रुपए कर्ज लिया था। उस पर श्रेयस ने चक्रवृद्धि ब्याज लगाया था। इस कारण स्वप्निल ने थोड़े-थोड़े करके 1 लाख रुपए से अधिक रकम श्रेयस को दिया। उसके बाद भी 16 हजार रुपए बकाया होने की बात श्रेयस करता था। स्वप्निल ने करीब एक लाख रुपए देने के बाद श्रेयस से कहा था कि कर्ज चुकता हो गया है। इस बात से चिढ़कर श्रेयस बोरकर ने अपने मित्र राहुल दिगांबर मेश्राम (24) गोपाल नगर और दिनेश नत्थूजी शहाने (25) भामटी निवासी के साथ मिलकर स्वप्निल का कार से अपहरण किया। उसके बाद उसके पिता से 3 लाख रुपए की फिरौती मांगी।

कार में घुमाते रहे
28 अप्रैल को सुबह करीब 8 बजे स्वप्निल दोपहिया वाहन लेकर निकला। तीनों आरोपियों में से श्रेयस ने उसे फोन कर पूछा कि तुम कहां पर हो। स्वप्निल ने बताया कि तुकड़ोजी पुतला चौक के पास है। स्वप्निल को साई लॉज में मिलने बुलाया गया। स्वप्निल जब लॉज पर गया, तब उक्त तीनों आरोपी उसे कार में जबरन बैठाकर ले गए। उसका अपहरण करने के बाद उसे आईटी पार्क परिसर में ले जाया गया। वहां ले जाने के बाद स्वप्निल के पिता प्रदीप मेश्राम से 3 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। उसके बाद स्वप्निल को सीसीडी कैफे के पास राधे मंगलम इमारत के पास लेकर गए। वहां आरोपियों ने स्वप्निल को अपने पिता को फोन कर 3 लाख रुपए का इंतजाम करने के लिए कहा। तब स्वप्निल ने अपने पिता को फोन कर कहा कि 3 लाख रुपए का इंतजाम करें, अन्यथा आरोपी उसे मार डालेंगे। 

गला रेतने की फिराक में थे आरोपी
पुलिस के अनुसार आरोपी श्रेयश, दिनेश और राहुल ने स्वप्निल के साथ रातभर मारपीट की। उसे जान से मारने की धमकी दी। उसके पिता ने पैसे देने की बात से इनकार किया होता, तो वे स्वप्निल का गला रेतकर हत्या करने के फिराक में थे। इसलिए आरोपियों ने उसे रात भर टॉर्चर किया। स्वप्निल ने जो पता बताया था, उस पते पर उसके पिता 3 लाख रुपए लेकर आने की बात की। इधर प्रतापनगर पुलिस आरोपियों को दबोचने की योजना बनाई। पुलिस ने उस फ्लैट का पता निकाला, जहां पर आरोपियों ने उसे बंधक बनाकर रखा था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए स्वप्निल को आरोपियों की चंगुल से सकुशल बचाया और तीनों आरोपियों को धर-दबोचा। स्वप्निल के सहपाठी श्रेयस ने पैसे कमाने के फिराक में अपहरण की साजिश रची थी।
 

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