एसटी के अधिकारियों को मिला वेतन, ड्राइवर-कंडक्टर की जेब खाली

एसटी के अधिकारियों को मिला वेतन, ड्राइवर-कंडक्टर की जेब खाली

Tejinder Singh
Update: 2020-04-09 07:05 GMT
एसटी के अधिकारियों को मिला वेतन, ड्राइवर-कंडक्टर की जेब खाली

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य मार्ग परीवहन महामंडल के ड्राइवर व कंडक्टर को वेतन नहीं मिला है। जिससे उनकी आर्थित स्थिति कमजोर होते दिख रही है। वही अधिकारियों का वेतन 50 प्रतिशत किया गया है। जिससे बाकी कर्मचारियों में रोष है। कुछ संगठन द्वारा परीवहन मंत्री को पत्र लिखते हुए इसकी जानकारी दी गई है। 22 मार्च से नागपुर विभाग की एक बस भी नहीं चल सकी है। जिससे 15 अप्रैल तक लगभग 3 करोड़ से ज्यादा की कमाई करनेवाले इस विभाग के खाते में शून्य पैसे आने का चित्र साफ है। अर्थव्यवस्था बिगड़ने से इसका सीधा असर कर्मचारियों के वेतन पर देखने मिल रहा है। चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को छोड़ अन्य कर्मचारियों को किश्त में वेतन देने का निर्णय लिया गया है। जिसमें अधिकारी वर्ग को पहले 50 प्रतिशत ही वेतन मिलेगा।

वहीं ड्राइवर व कंडेक्टर के संग अन्य स्टाफ को वेतन के नाम पर 75 प्रतिशत राशी दी जानेवा थी। लेकिन मंगलवार को मार्च माह का वेतन होने के बाद केवल अधिकारियों के खाते में ही पैसा आया है। ड्राइवर व कंडेक्टर को वेतन नहीं मिला है। कर्मचारियों के आंकड़े की बात करें तो नागपुर विभाग अंतर्गत कुल 8 डिपो है। जिसमें गणेशपेठ, वर्धमान नगर, घाटरोड़ी, मोक्षधाम, काटोल, सावनेर, उमरेड व रामटेक शामिल है। इन डीपो में व मुख्य कार्यालय में कुल 50 अधिकारी काम कर रहे हैं। वही एक डिपो में 8 सौ तक ड्राइवर व कंडेक्टर काम करते हैं। इसके अलावा 8 डिपो मिलाकर अन्य स्टाफ की संख्या एक हजार तक है। ऐसे में इनको वेतन नहीं मिलने पर आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है। हालांकि प्रशासन की सुने तो जल्द ही इनका भी वेतन किया जानेवाला है।

उपव्यवस्थापक, विदर्भ, राज्य मार्ग परिवहन महामंडल शिवाजी जगताप के मुताबिक दो चरण में वेतन होता है। जिसमें पहले ए़मिनिस्ट्रेशन के कर्मचारियों का वेतन दिया जाता है। वही दुसरे चरण में अन्य कर्मचारियों का वेतन दिया जाता है। पहले चरण का वेतन हुआ है। जल्दी दुसरे चरण का वेतन भी जरूर होगा।

         

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