प्रदेश की पहली ब्रेन बाइपास सर्जरी- जबलपुर मेडिकल में 8 घंटे चला ऑपरेशन

पैर की नस निकालकर दिमाग में लगाई बची ब्रेन हेमरेज पीडि़त मरीज की जान प्रदेश की पहली ब्रेन बाइपास सर्जरी- जबलपुर मेडिकल में 8 घंटे चला ऑपरेशन

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-12 09:27 GMT
प्रदेश की पहली ब्रेन बाइपास सर्जरी- जबलपुर मेडिकल में 8 घंटे चला ऑपरेशन

डिजिटल डस्क जबलपुर। मेडिकल कॉलेज स्थित सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में प्रदेश की पहली ब्रेन बाइपास सर्जरी की गई है। न्यूरोसर्जरी विभाग में करीब आठ घंटे तक चली जटिल सर्जरी में मरीज के पैर से नस को निकाला गया और गर्दन की नस तथा ब्रेन की नस के बीच जोड़ दिया गया। इससे दिमाग में खून के संचार का रास्ता तैयार हो गया और मरीज को नई जिंदगी मिली। कुछ दिन पूर्व ग्वालियर निवासी 36 वर्षीय महिला ने सिर दर्द व ब्रेन हेमरेज होने पर स्थानीय चिकित्सकों को दिखाया। सीटी स्कैन जाँच करने पर दिमाग की बायीं तरफ की मुख्य नस में एक बड़ा गुब्बारा पाया गया, जिसे जाइंट एन्यरिज़म कहते हैं। ब्रेन हेमरेज के कारण मरीज की जान को खतरा था। चिकित्सकों ने इलाज के लिए मरीज को दिल्ली एम्स ले जाने की सलाह दी। मरीज के परिजन एवं रिश्तेदारों को सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी थी, जिसके बाद वे मरीज को जबलपुर ले आए। जबलपुर लाने के बाद मरीज के ब्रेन की एंजियोग्राफी की गई जिसमें बीमारी की पुष्टि हुई। न्यूरोसर्जन, इंटर्वेन्शन न्यूरोविज्ञान व न्यूरोनिश्चेतना विशेषज्ञों की टीम ने ईसी-आईसी हाई फ्लो बाइपास करने का निर्णय लिया।
इनका कहना है
इस तरह के ऑपरेशन आमतौर पर बड़े संस्थान जैसे दिल्ली एम्स आदि में ही होते हैं, लेकिन मध्यप्रदेश में यह पहला ऑपरेशन है। जिसे आयुष्मान योजना के तहत पूर्णत: नि:शुल्क किया गया है। सर्जरी के बाद मरीज के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है।
डॉ. वायआर यादव, डायरेक्टर सुपर स्पेशिलिटी
 

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