बोरे में मिला मासूम का शव, हत्या से क्षेत्र में तनाव

बोरे में मिला मासूम का शव, हत्या से क्षेत्र में तनाव

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-11 17:04 GMT
बोरे में मिला मासूम का शव, हत्या से क्षेत्र में तनाव

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। चरगवां के बिजौरी सगड़ागांव से 8 अप्रैल की सुबह 10 बजे के बाद गायब हुए 10 साल के मासूम बच्चे बादल गिरी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। बादल की लाश गांव के एक खाली मकान के अंदर बोरे में मिली है। बादल के हाथ-पैर बंधे हुए थे और बॉडी बुरी तरह डिकम्पोज हो चुकी थी, जिसके कारण हत्या का कारण उजागर नहीं हो सका। पुलिस तांत्रिक क्रियाओं के लिए नरबलि, दुष्कर्म, जातीय दुश्मनीऔर तात्तकालिक विवाद जैसे पहलुओं को लेकर छानबीन कर रही है।

मौके पर पहुंचे अधिकारी
खबर लगते ही एएसपी ग्रामीण डॉ. रायसिंह नरवरिया के साथ कई अधिकारी भारी फोर्स लेकर गांव पहुंच गए और एफएसएलटीम के साथ घटना स्थल काकरीब एक घंटे निरीक्षण करने के बाद शव को पीएम के लिए भिजवाया गया। मौके पर पांच थाना प्रभारियों के साथ जवानोंकी टीमें बनाई गईं और गांव के एक-एक घर की तलाशी ली गई।

यह है मामला
उल्लेखनीय है कि 8 अप्रैल को बिजौरी सगड़ा निवासी उत्तमिगरी गोस्वामी का 10 वर्षीय बेटा बादल सुबह 10 बजे घर से खेलने निकला था, जो वापस नहीं लौटा। उत्तम के बड़े भाई सतमन गिरी ने चरगवां थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। पिछले दो दिन से परिजनों के साथ पुलिस लगातार बच्चे की तलाश कर रही थी, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया था। बुधवार को क्षेत्रिय विधायक संजय यादव ने एसपी निमिष अग्रवाल से इस मामले की शिकायत की थी, जिसकेबाद से एएसपी नरवरिया के साथ क्राइम ब्रांच की टीम गांव में कैंप लगाकर जांच कर रही थी।

हत्या कहीं और की गई, अपना ताला लगा गए आरोपी
जिस मकान में बादल की लाश मिली वो रामजी श्रीपाल का है,रामजी कुछ साल से समीप के गांव में रह रहा है, जिसके कारण उसका घर खाली पड़ा रहता है। बादल के गायब होने के बाद से गोस्वामी परिवार के लोग रामजी के घर में कई बार बच्चे को ढूंढने पहुंचे थे। गुरूवार की सुबह साढ़े 8 बजे रामजी के घर से दुर्गंध आने जब लोग पहुंचे तो एक जर्जर कमरे में बोरे के अंदर बादल की लाश थी, उसके दोनों हाथ और पैर तार से बंधे हुए थे। बॉडी पूरी तरह गल चुकी थी। घर के आंगन और पिछले दरवाजे तक खून के धब्बे मिले, पिछले दरवाजे में बाहर की तरफ से ताला लगा हुआ था, लेकिन रामजी और गांव वालों ने बताया कि पिछले दरवाजे में सिर्फ सांकल लगी रहती थी, तालालाश को छिपाने वाले लगा गए हैं।

सुबह 3 से 4 बजे के बीच छिपाई गई लाश
रामजी श्रीपाल ने बताया कि नवरात्र के चलते घर के पुराने दीवाले की साफ-सफाई के लिए रामजी रोज अपने घर पहुंचता था। उसके तीन भाई और कई रिश्तेदारों के घरभी आजू-बाजू हैं। बुधवार की सुबह गांव पहुंचने के बाद रामजी दो घंटे तक बादल के घर पर था,शाम को दीवाले में पूजन के बादवह अपने घर लौट गया था। रात तक आसपास के किसी भी व्यक्ति को दुर्गंध नहीं आई थी, लेकिन सुबह साढ़े 8 बजे उसके भतीजे मुकेश ने फोन पर बताया कि उसके घर में बादल की लाश मिली है, जिसके कारण गोस्वामी परिवार के लोग उन सभी को पीट रहे हैं। इसके बाद वह गांव पहुंचा तो पुलिस उसे घर लेकर पहुंची। गोस्वामी परिवार के साथ गांव के कई युवकों ने गांव की घेराबंदी कर रखी थी, बुधवार की रात भी करीब ढाई बजे तक सभी लोग जागते रहे, इसी वजह से ऐसा माना जारहा है कि बादल की लाश रात 3 से 4 बजे रामजी के घर में शिफ्ट की गई।

माता-पिता बेसुध, मासूम बहन सदमें में
बादल के गायब होने के बाद से उसकी मां आरती का रो-रोककर बेहाल था, लेकिन गुरूवार की सुबह बेटे की लाश मिलने के बाद आरती के साथ उसका पिता उत्तम भी बेहोश हो गया। दोनों को घर के आंगन में घर की महिलाएं लेकर दिलासा देने में जुटीं रहीं। बादल की छोटी बहन 5 वर्षीय मानसी को पता चल चुका है कि उसके भाई की हत्या हो गई है, लेकिन वो मां के बाद पिता की बेसुध हालत देखकर वो भी पूरे समय गुमसुम और सदमें में बैठी रही। परिवार के अन्य सदस्य भी लगातार रोते नजर आए।

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