अमरावती में दिनदहाड़े छात्रा की हत्या, यवतमाल में व्यापारी ने की खुदकुशी, भंडारा में फूड पॉइजन से शिकार

अमरावती में दिनदहाड़े छात्रा की हत्या, यवतमाल में व्यापारी ने की खुदकुशी, भंडारा में फूड पॉइजन से शिकार

Tejinder Singh
Update: 2020-01-06 16:37 GMT
अमरावती में दिनदहाड़े छात्रा की हत्या, यवतमाल में व्यापारी ने की खुदकुशी, भंडारा में फूड पॉइजन से शिकार

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिले के दत्तापुर थाना क्षेत्र के जुना धामणगांव परिसर की १२वीं कक्षा में पढऩेवाली छात्रा की सोमवार सुबह शास्त्री चौक के बगीचे में एक युवक ने चाकू से वार कर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी ने अपने पेट में चाकू घोंपकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। मृतक छात्रा का नाम जुना धामणगांव निवासी प्रतीक्षा (काल्पनिक नाम) है, जबकि आरोपी युवक का नाम दत्तापुर निवासी सागर  विठोबा तितुरमारे (२६) है। घटना का कारण प्रेमसंबंध बताया जा रहा है। बताया जा कहा है कि सेफला हाईस्कूल में पढऩेवाली छात्रा प्रतीक्षा और आरोपी युवक सागर के बीच पहले प्रेमसंबंध थे, लेकिन बाद में उसने अपने प्रेमी से मुंह मोड़ लिया था। तबसे सागर उससे मिलने का प्रयास कर रहा था। सोमवार की सुबह जब प्रतीक्षा स्कूल जा रही थी तब सागर ने उसे बीच रास्ते में रोका और बगीचे में ले गया। जहां दोनों के बीच विवाद हुआ। इस विवाद के चलते सागर ने चाकू निकालकर प्रतीक्षा के पेट में घोंपकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद खुद ने भी वहीं चाकू पेट में घोंपकर आत्महत्या का प्रयास किया। गंभीर अवस्था में उसे यवतमाल के जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां उसका उपचार जारी है।

साहूकारों से त्रस्त व्यापारी ने की खुदकुशी

उधर यवतमाल में साहूकारों की प्रताडऩा से तंग आकर एक व्यापारी ने रविवार की शाम अपनी दुकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम नाम बालाजी नगर,वडगांव निवासी विवेक वसंतराव कापसे (५१) बताया जाता है। उसकी दारव्हा रोड स्थित उद्योग भवन के सामने फर्निचर की दुकान थी। घटनास्थल से बरामद सुसाइड नोट के अनुसार उस पर अवैध साहूकारों का कर्जा था। जिसकी वसूली के लिए साहूकार उसे परेशान कर रहे थे। इस कारण उसने यह कदम उठाया। 

महाप्रसाद से 376 लोगों को हुआ फूड पॉइजन

वहीं भंडारा स्थित लाखांदुर के रोहिणी गांव में आयोजित भागवत सप्ताह की समाप्ति पर रविवार शाम   महाप्रसाद ग्रहण करनेवाले सैकड़ों लोग विषबाधा के शिकार हो गए। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला शल्यचिकित्सक, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, अन्न व औषधि विभाग के निरीक्षक, एसडीपीओ आदि ने मौके पर पहुंचकर मरीजों का हाल जाना। मरीजों के लिए रोहिणी गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। इसके अलावा कुडेगांव व लाखांदुर के सरकारी अस्पताल में भी मरीजों को भेजा गया। सोमवार दोपहर ३ बजे तक तक कुल ३७६ नागरिकों का शिविर लगाकर उपचार किया गया। इनमें से एक गंभीर बीमार को भंडारा के जिला अस्पताल रेफर किया गया। प्राथमिक अनुमान के मुताबिक महाप्रसाद ग्रहण करने के बाद दूषित पानी पीने से नागरिकों को उल्टी, दस्त की समस्या हुई होगी। 

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