साइंस कॉलेज में मृत मिले दो कबूतर, बर्ड फ्लू की आशंका, अंडे और चिकन से परहेज कर रहे लोग

साइंस कॉलेज में मृत मिले दो कबूतर, बर्ड फ्लू की आशंका, अंडे और चिकन से परहेज कर रहे लोग

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-08 08:52 GMT
साइंस कॉलेज में मृत मिले दो कबूतर, बर्ड फ्लू की आशंका, अंडे और चिकन से परहेज कर रहे लोग

खबर मिलते ही हरकत में आया पशु चिकित्सा विभाग, रैपिड रिस्पांस टीमें हुईं गठित, प्रवासी पक्षियों व मुर्गियों के सैम्पल जाँच के लिए भेजे
डिजिटल डेस्क जबलपुर।
साइंस कॉलेज परिसर में गुरुवार को दो कबूतर संदिग्ध अवस्था में मृत पाए गए। अन्य कबूतरों में देखी गई बेचैनी से आशंका जताई जा रही है कि संभवत: बर्ड फ्लू का प्रकोप जबलपुर तक पहुँच गया है। खबर पाते ही पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने मौके पर पहुँचकर दोनों कबूतरों के सैम्पल लेकर जाँच के लिए भोपाल स्थित प्रयोगशाला को भेजे हैं। रिपोर्ट आने पर मौत के कारणों का पता चलेगा, साथ ही जिला स्तर पर दो रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया गया है। बहरहाल, बर्ड फ्लू की संभावना को देखते हुए शहर में हड़कम्प मच गया है। वैसे भी  लोग पिछले दो दिनों से अंडे और चिकन खाने से परहेज कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इन्दौर, मंदसौर और आगर जिलों में मृत पाए गए कौवों के सैम्पल में बर्ड फ्लू पॉजिटिव पाए जाने के बाद सरकार ने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके बाद बीते बुधवार को बालाघाट जिले में भी दो कौवे संदिग्ध परिस्थितियों में   मृत पाए गए थे। अब गुरुवार को सिविल लाइन्स स्थित साइंज कॉलेज में दो कबूतरों के मृत पाए जाने की खबर आते ही पूरे शहर में हड़कम्प मच गया।
एक के बाद दूसरे कबूतर की हुई मृत्यु
 साइंस कॉलेज के चौकीदार मन्नूलाल कुशवाहा के अनुसार एक कबूतर शेड में मृत पाया गया, जबकि दूसरा गंभीर हालत में था। कुछ देर बाद उसकी भी मृत्यु हो गई। 
अजीब आवाजों के साथ हॉल में घुसे
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोपहर करीब 2 बजे कुछ कबूतर अजीब सी आवाजों   के साथ फडफ़ड़ाते हुए देखे गए। दो कबूतर भी फडफ़ड़ाते हुए हॉल के अंदर घुसे, उन्हें निकालने के लिए कर्मचारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। 
अपर कलेक्टर ने कहा8 च्भले शहर में बर्ड फ्लू नहीं, फिर भी रखी जाए पूरी सावधानीज्7 गुरुवार को अपर कलेक्टर संदीप जीआर ने कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में पोल्ट्री फार्म संचालकों की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि यद्यपि अभी जिले में बर्ड फ्लू नहीं है, फिर भी जिले के कुक्कुट पालकों व व्यवसायियों को बर्ड फ्लू रोग से बचाव एवं रोकथाम के लिए पोल्ट्री फार्मों में साफ-सफाई बरतना ही होगा।  इसके साथ ही उन्होंने कुक्कुट पालकों से कहा कि मुर्गियों में बीमारी की सूचना मिलने पर तत्काल जिला प्रशासन एवं पशुपालन विभाग को इसकी सूचना दें। अपर कलेक्टर ने कहा कि मुर्गियों, कौवों, प्रवासी पक्षियों आदि में असामान्य मृत्यु, बीमारी की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल सैम्पल लेने की कार्रवाई करें। इस मौके पर बर्ड फ्लू की पहचान, उसके रोकथाम और इलाज से संबंधित वीडियो भी दिखाए गए। 
इनका कहना है
* प्रदेश सरकार के निर्देश पर पशु चिकित्सा विभाग ने जिला स्तर पर दो रेपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया है। जल्द ही विकासखण्ड स्तरों पर भी  उनका गठन किया जाएगा, ताकि शिकायत मिलते ही कार्रवाई हो सके।
-डॉ. सुनीलकांत बाजपेयी, ज्वाइंट डायरेक्टर 
* संभाग या जिले में हुई एक या दो पक्षियों की संदिग्ध मृत्यु को बर्ड फ्लू से तब तक नहीं जोड़ा जा सकता, जब तक कि जाँच में वायरस की पुष्टि न हो जाए।  बर्ड फ्लू को लेकर अभी कुछ भी कहना संभव नहीं है क्योंकि अब तक यहाँ एक भी मामला सामने नहीं आया है।
-डॉ. एपी गौतम, ज्वाइंट डायरेक्टर 
 

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