घटा यूनिवर्सिटी का राजस्व, 43 करोड़ रुपए कम खर्च करने का फैसला

घटा यूनिवर्सिटी का राजस्व, 43 करोड़ रुपए कम खर्च करने का फैसला

Anita Peddulwar
Update: 2019-02-18 07:09 GMT
घटा यूनिवर्सिटी का राजस्व, 43 करोड़ रुपए कम खर्च करने का फैसला

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी ने वर्ष 2019-20 के लिए वार्षिक बजट 382 करोड़ रुपए रखा है। बीते दिनों हुई मैनेजमेंट काउंसिल में रखे गए बजट पर प्राप्त सूचनाओं के मुताबिक अभी इस पर संशोधन चल रहा है। जल्द ही सीनेट में अंतिम बजट प्रस्तुत होगा। यूनिवर्सिटी ने इस बार 43 करोड़ रुपए कम खर्च करने का फैसला लिया है।

बड़े खर्च पर अंकुश
आधिकारिक सूत्रों की मानें तो बीते कुछ समय में नीतिगत फैसलों में हुए बदलाव के कारण यूनिवर्सिटी का राजस्व कम हुआ है। इसके चलते कई बड़े खर्चों में विवि ने अंकुश लगाने का प्रयास किया है। यूनिवर्सिटी  में बीते कुछ समय से विद्यार्थी संख्या में कमी हो रही है। बीती सीनेट की बैठक में खुद यूनिवर्सिटी अधिकारियों ने भी यह बात कबूली थी। वहीं, यूनिवर्सिटी ने पुनर्परीक्षा में विद्यार्थियों से सभी विषयों की जगह संबंधित विषयों की ही फीस लेना शुरू किया है। इन मुख्य कारणों से यूनिवर्सिटी के राजस्व में करीब 10-12 करोड़ रुपए की कमी आई है। ऐसे में यूनिवर्सिटी ने बजट में भी कमी की है।

पूरा ध्यान नैक पर
पूर्व में इंजीनियरिंग विभाग या अन्य बड़े प्रकल्पों के लिए बड़ी निधि निर्धारित करके रखी जाती थी, लेकिन तय समायावधि में काम शुरू नहीं होने से निधि लैप्स हो जाया करती थी। इस बार यूनिवर्सिटी ने ऐसा नहीं किया है। जरुरत पड़ने पर इन विभागों को फंड जारी करने का फैसला लिया गया है। शेष बजट के केंद्र में नैक है। करीब 3 करोड़ रुपए नैक के मूल्यांकन के लिए जरूरी सुविधाओं के लिए रखी गई है। वहीं, दूसरी ओर इसमें यूनिवर्सिटी ने हॉस्टल, कैंपस के इंफ्राक्ट्रक्चर, विद्यार्थी फैसिलिटी सेंटर जैसी सुविधाओं को प्राथमिकता दी है। साथ ही परीक्षा भवन, एलआईटी और नए प्रशासकीय इमारत पर सोलर पैनल लगाने पर भी बड़ी रकम तय कर रखी है। पिछले वर्ष के 425 करोड़ रुपए के बजट की तुलना में यूनिवर्सिटी ने इस साल 43 करोड़ रुपए कम खर्च करने का फैसला लिया है। वर्ष 2018-19 में विश्वविद्यालय ने कुल 424 करोड़ 99 लाख 99 हजार रुपए का बजट रखा था।

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