Bhaskar Hindi
Update: 2017-05-17 06:30 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
टीम डिजिटल. जबलपुर। सुभाषचंद्र बोस मेडिकल काॅलेज अस्पताल में अब तक अनेक दुर्लभ और कठिन सर्जरी के मामले सामने आ चुके हैं। एक बार फिर एक ऐसा ही केस डाॅक्टर्स के सामने उस वक्त आया जब गढ़ा निवासी एक युवक अपने सिर में चाकू फंसाए हुए अस्पताल पहुंचा। आॅपरेशन बेहद जटिल था लेकिन डाॅक्टर्स ने कर दिखाया।

 

करीब 10 सेंटीमीटर अंदर
सत्यम नामक इस युवक को उसके अपने ही दोस्त ने सिर में चाकू घोंप दिया था जो कि सिर के अंदर करीब 8 से 10 सेंटीमीटर तक चला गया था। जो दिमाग और आंखों की नसों को भी क्षतिग्रस्त कर सकता था। इसलिए सर्जरी के दौरान सावधानी की अधिक आवश्यकता थी।

 

सीटी स्कैन में पता चली गहराई
मेडिकल अस्पताल के न्यूरो सर्जन डाॅ. विजय परिहार ने बताया कि गढ़ा निवासी एक युवक के सिर में दिमाग के एकदम समीप एक बड़ा सा चाकू फंसा लेकर आया था। चाकू काफी अंदर तक फंसा था। सीटी स्कैन में इसके 10 सेंटीमीटर अंदर तक फंसे होने की जानकारी लगी। इसके कारण उसकी आंखों और दिमाग की खूनी की बड़ी नस इंटर्नर करोटिड आर्टरी क्षतिग्रस्त हो सकती थी।

 

हमेशा के लिए जा सकती थी रोशनी
वरिष्ठ न्यूरो सर्जन प्रोफेसर वायआर यादव के नेतृत्व में तत्काल ही टीम गठित की गई। करीब तीन घंटे तक चले इस आॅपरेशन में चाकू निकाला गया। डाॅक्टर्स के अनुसार यदि चाकू ज्यादा देर तक अंदर रहता तो सत्यम की आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती थी। लेकिन सर्जरी के बाद अब वह पूरी तरह स्वस्थ है।

 

]]>

Similar News