जीती कैंसर से जंग, बनाया 'केन सर्वाइवर टुगेदर वी कैन’ ग्रुप

जीती कैंसर से जंग, बनाया 'केन सर्वाइवर टुगेदर वी कैन’ ग्रुप

Anita Peddulwar
Update: 2019-06-03 05:10 GMT
जीती कैंसर से जंग, बनाया 'केन सर्वाइवर टुगेदर वी कैन’ ग्रुप

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  कैंसर जैसी बीमारी से जंग जीत कर किस तरह नया जीवन जी सकते हैं, यह मिसाल पेश की है शहर की कुछ महिलाओं ने। आज ये महिलाएं दूसरों को भी इस गंभीर बीमारी से लड़ना सिखा रही हैं। इन महिलाओं ने एक ग्रुप तैयार किया है, जिसका नाम ‘केन सर्वाइवर टुगेदर वी कैन’ दिया है। इस ग्रुप के मरीजों  में वॉइस बॉक्स कैंसर, मुंह का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, लंग्स कैंसर आदि के मरीज हैं। इस ग्रुप की शुरुआत उन्होंने पिछले वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर की थी। मरीज की हौसला अफजाई के लिए इन्होंने थीम सांग ‘ऊपर अल्लाह नीचे धरती, बीच में अपना जुनून’ तैयार किया है। इस ग्रुप के मरीज  आपस में अपना अनुभव शेयर करते हैं। इसमें यह भी बताया जाता है कि कैंसर जैसी बीमारी से डरने के बजाये उसका डटकर सामना करें। मरीजों ने बताया कि ‘डर के आगे जीत है’ की सोच से जो चलता है वो ही कैंसर से लड़ सकता है, साथ ही कैंसर की बीमारी ठीक होने के बाद हेल्दी लाइफ कैसे जी जाती है। ग्रुप में कैंसर को हरा चुकीं महिलाएं अपना अनुभव शेयर करती हैं। 

आवाज सुनकर डाक्टर ने दी चेकअप की सलाह

मुझे लगता था कि मैं स्वस्थ हूं। मैं कैंटीन चलाता हूं। मैं कैंटीन में ही था, तभी एक डॉक्टर आए और जब उनसे बात हुई, तो उन्होंने कहा कि आपकी आवाज थोड़ी अलग आ रही है, इसलिए आप जांच करवाएं। यह सुनकर पहले तो मैंने मना कर दिया, लेकिन बाद में जांच कराई, तो पता चला कि मुझे वॉइस बॉक्स कैंसर है। फिर इसका इलाज शुरू हुआ। मेरा वॉइस बॉक्स निकालना पड़ा। अब मेरे गले के अंदर बटन फिट की गई है, लेकिन मैं स्वस्थ हूं और अभी भी कैंटीन संभालता हूं। कैंसर की जानकारी ज्यादातर लास्ट स्टेज पर पहुंचने पर मिलती है, लेकिन ऐसा नहीं है। हमें अगर बॉडी में थोड़ा भी चेंज लगे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। हम लापरवाही करते हैं, तो बीमारी बड़ा रूप ले लेती है और जब डाॅक्टर के पास पहुंचते हैं, तो पता चलता है कि कैंसर लास्ट स्टेज पर पहुंच गया है। 
जयदीप बैनर्जी, मरीज

विल पॉवर की जरूरत

मैं पेशे से डाॅक्टर हूं। मुझे अग्न्याशय कैंसर हुआ था। डॉक्टर होने से मुझे जानकारी हो गई थी। फिर मैंने कैंसर का ट्रीटमेंट शुरू हुआ। उसके बाद आज मैं बिल्कुल स्वस्थ हूं। कैंसर से जंग जीतने के लिए विल पॉवर भी मजबूत होनी चाहिए, तभी कैंसर से जीता जा सकता है। हमारे ग्रुप में सभी कैंसर से जंग जीत चुके मरीज हैं। हम अभी लोगों को कैंसर से अवेयर करने का काम कर  रहे हैं। जब मरीज को पता चलता है कि उसे कैंसर है, तो उसका आत्मबल गिर जाता है। हम अपने ग्रुप से लोगों को कैंसर से पीड़ितों को अवेयर कर रहे हैं। कैंसर बीमारी का डर लोगों के अंदर से हटाना है। - डॉ. अनिता गुप्ता, मरीज
 

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