चीन ने डेवलप किया एडवांस्ड समुद्री रडार, भारत पर निगरानी रखने में सक्षम

चीन ने डेवलप किया एडवांस्ड समुद्री रडार, भारत पर निगरानी रखने में सक्षम

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-09 13:37 GMT
चीन ने डेवलप किया एडवांस्ड समुद्री रडार, भारत पर निगरानी रखने में सक्षम
हाईलाइट
  • मौजूदा तकनीक की तुलना में ये सिस्टम काफी तेज है।
  • घरेलू रूप से विकसित ये रडार सिस्टम चीनी नौसेना को देश के समुद्रों की निगरानी करने में सहायता करेगा।
  • चीन ने एक ऐसा एडवांस्ड कॉम्पैक्ट साइज समुद्री रडार विकसित किया है जो भारत पर लगातार निगरानी रखने में सक्षम है।

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीन ने एक ऐसा एडवांस्ड कॉम्पैक्ट साइज समुद्री रडार विकसित किया है जो भारत पर लगातार निगरानी रखने में सक्षम है। घरेलू रूप से विकसित ये रडार सिस्टम चीनी नौसेना को देश के समुद्रों की निगरानी और दुश्मन के जहाजों से आने वाले खतरों की निगरानी करने में सहायता करेगा। मौजूदा तकनीक की तुलना में ये सिस्टम काफी तेज है और दुश्मनों के जहाज, विमान और मिसाइल से आते खतरों की जानकारी काफी पहले ही दे देगा। हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने चीन के ओवर-द-हॉरिजन (OTH) रडार प्रोग्राम में भाग लेने वाले वैज्ञानिक के हवाले से ये बात कही है।

चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज (CAS) और चाइनीज एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (CAE) के एक शिक्षाविद लियू योंगटन ने इस रेडार सिस्टम को डेवलप किया है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने लियू योंगटन को उनके योगदान के लिए मंगलवार को बीजिंग में ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में एक कार्यक्रम में लियू और एक अन्य सैन्य वैज्ञानिक कियान किहु को 1.116 मिलियन डॉलर की पुरस्कार राशि देकर देश के शीर्ष विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया। लियू ने कहा कि शिप-बेस्ड OTH रेडार ने पीपल्स लिबरेशन आर्मी को पहले की तुलना में ज्यादा बड़े क्षेत्र की निगरानी करने में सक्षम बना दिया है। उन्होंने ये भी कहा कि पारंपरिक तकनीकों की मदद से समुद्री क्षेत्र का लगभग 20 प्रतिशत ही कवर हो पाता था। नई प्रणाली के साथ, हम पूरे क्षेत्र को कवर कर सकते हैं।

चीन अकेला इस रडार तकनीक को विकसित करने वाला राष्ट्र नहीं है। एक प्रमुख अमेरिकी डिफेंस कॉन्ट्रेक्टर रेथियॉन को 2016 में इसी तरह की प्रणाली के लिए पेटेंट दिया गया था। रेथियॉन के डिज़ाइन में एक ट्रांसमिटिंग वेसल और कुछ रिसीविंग शिप थे जिसके डेक पर एंटीना लगा हुआ था। इस तकनीक में ट्रांसमिटिंग वेसल रेडियो तरंगों को आकाश में छोड़ता है और रिसीविंग शिप इसे कलेक्ट करते हैं। इसके बाद इन सिगनलों को सेटेलाइट के जरिए एयरक्राफ्ट कैरियर्स को भेज दिया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार चीन ने न्यूयॉर्क शहर के आकार से करीब पांच गुना बड़ा एंटीना बना लिया है।

चीनी मिलिट्री, जिसके पास अब 175 मिलियन अमरीकी डालर से ज्यादा का वार्षिक रक्षा बजट है, भारी सैन्य उपकरण विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। चीन चाहता है कि भारी सैन्य उपकरण विकसित कर वह वैश्विक सामरिक प्रभाव के लिए अमेरिका के साथ प्रतिस्पर्धा कर सके। चीन तटों के बाहर अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए नौसेना के विकास में विशेष रूप से निवेश कर रहा है। चीन ने दो एयरक्राफ्ट कैरियर भी डेवलप किए है और तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर पाइपलाइन में है। 

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