पनामा पेपर्स मामला : नवाज शरीफ दोषी निकले तो ये होंगे अगले 'पाक पीएम'

पनामा पेपर्स मामला : नवाज शरीफ दोषी निकले तो ये होंगे अगले 'पाक पीएम'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-22 18:31 GMT
पनामा पेपर्स मामला : नवाज शरीफ दोषी निकले तो ये होंगे अगले 'पाक पीएम'

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। सुप्रीम कोर्ट संवेदनशील पनामा पेपर्स मामले में पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को यदि दोषी ठहराता है तो उनको पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। पाक मीडिया के अनुसार, नवाज के इस्तीफा देने के बाद पाकिस्तान का अगला पीएम उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ को बनाया जा सकता है। फिलहाल शहबाज पंजाब प्रांत के सीएम हैं।

तत्काल नहीं बनेंगे पीएम

शहबाज संसद के निचले सदन नेशनल असेम्बली के सदस्य नहीं हैं, इसलिए वह तत्काल पीएम नहीं बन सकते हैं। इसके लिए उन्हें चुनाव लड़ना होगा। जियो न्यूज ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि शहबाज के उपचुनाव में चुने जाने तक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के 45 दिनों तक अंतरिम पीएम के तौर पर कार्यभार संभालने की संभावना है। यह निर्णय सत्तारुढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज पीएमएल-एन की शुक्रवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया।

बैठक के दौरान यह फैसला किया गया कि यदि निर्णय पीएम के खिलाफ आता है तो पार्टी सभी उपलब्ध कानूनी एवं संवैधानिक विकल्पों का इस्तेमाल करेगी। इस बैठक की अध्यक्षता पीएम शरीफ ने की। इस बैठक में शहबाज, संघीय मंत्रियों, सलाहकारों और पनामा पेपर्स मामले में शरीफ परिवार का प्रतिनिधित्व करने वाली कानून विशेषज्ञों की टीम ने भाग लिया। बैठक में सुप्रीम कोर्ट के फैसला सुनाने के बाद की स्थिति की समीक्षा की गई। कानूनी विशेषज्ञों के दल ने पनामा पेपर्स मामले में स्थिति के बारे में पीएम को जानकारी दी।

पूरी पार्टी नवाज के पीछे

आसिफ ने एक टॉक शो में इन मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया है। उन्होंने कहा, पूरी पार्टी नवाज शरीफ के नेतृत्व के पीछे खड़ी है। पीएम पद का कोई उम्मीदवार नहीं है। इस मामले पर बैठक में कोई बातचीत नहीं हुई।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर्स मामले में शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के मामले में शुक्रवार को सुनवाई पूरी कर ली थी, लेकिन उसने अपना फैसला सुरक्षित रखा, जो शरीफ का राजनीतिक भविष्य खतरे में डाल सकता है। जस्टिस एजाज अफजल की अध्यक्षता में तीन न्यायाधीशों की पीठ ने अपना फैसला सुनाने के लिए तुरंत कोई तारीख मुकर्रर नहीं की। सुप्रीम कोर्ट ने 67 वर्षीय शरीफ और उनके परिवार पर लगे धनशोधन के आरोपों की जांच के लिए 6 सदस्यों वाली जेआईटी गठित की थी। जिसे जांच करनी थी कि शरीफ परिवार ने 1990 के दशक में लंदन में जो संपत्तियां खरीदीं, उसके लिए धन कहां से आया।

नवाज का सत्ता से हटने से इनकार

जेआईटी की रिपोर्ट में आय में अनियमितता पाए जाने के बावजूद नवाज शरीफ ने सत्ता से हटने से साफ इनकार किया है। उन्होंने जांचकर्ताओं की रिपोर्ट को आरोपों और अनुमानों का पुलिंदा करार दिया है। सत्ता में बने रहने के उनके फैसले का अनुमोदन संघीय मंत्रिमंडल ने पिछले हफ्ते कर दिया।

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