पत्थरबाजों की 'महिला ढाल' से ऐसे निपटेंगे आर्मी चीफ
पत्थरबाजों की 'महिला ढाल' से ऐसे निपटेंगे आर्मी चीफ
टीम डिजिटल, देहरादुन. पत्थरबाजों की 'महिला ढाल' से निपटने के लिए आर्मी चीफ ने नया प्लान बनाया है. इंडियन मिलिट्री अकेडमी देहरादून में पासिंग आउट परेड में पहुंचे आर्मी चीफ बिपिन रावत ने अपने इस नए प्लान के बारे मे खुलकर बात की. उन्होंने कहा, 'कश्मीर में एनकाउंटर के दौरान महिलाएं जवानों के सामने ढाल बनकर खड़ी हो जाती हैं. पत्थरबाजों पर एक्शन लेने के दौरान भी आर्मी को इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है. इस समस्या से निपटने के लिए सेना में महिला पुलिस जवान की नियुक्ति की जाएगी.’ उन्होंने कहा कि कश्मीर में महिलाओं को उपद्रवी ढाल बना लेते हैं, ऐसे में सेना को महिला जवानों की जरूरत है.
बिपिन रावत ने कश्मीर में हर दिन बिगड़ते हालातों के लिए सोशल मीडिया को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि अलगाववादी सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाकर कश्मीर के माहौल को बिगाड़ने में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा, 'हमारी कोशिश रहेगी कि कश्मीर में जो युवक राह से भटक गए हैं वो हथियार डालकर सेना के साथ मिलकर काम करें. उन्होंने आगे कहा कि सेना कश्मीर में अमन और शांति कायम करनी चाहती है.
आर्मी चीफ ने आगे कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए हमें अपडेट होने की जरूरत है. आतंकी नए-नए तरीके अपना रहे हैं. अगर हमारे पास आधुनिक तकनीक हो, सही तरह से इस्तेमाल किया जाए तो हम उनसे मुकाबला करने में सक्षम होंगे.