दिल्ली: AAP विधायकों ने केजरीवाल को विधायक दल का नेता चुना, 16 फरवरी को लेंगे सीएम पद की शपथ

दिल्ली: AAP विधायकों ने केजरीवाल को विधायक दल का नेता चुना, 16 फरवरी को लेंगे सीएम पद की शपथ

Bhaskar Hindi
Update: 2020-02-12 04:02 GMT
दिल्ली: AAP विधायकों ने केजरीवाल को विधायक दल का नेता चुना, 16 फरवरी को लेंगे सीएम पद की शपथ
हाईलाइट
  • शपथ ग्रहण कार्यक्रम रामलीला मैदान में आयोजित किया जाएगा
  • 16 फरवरी को लेंगे सीएम पद की शपथ लेंगे अरविंद केजरीवाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 62 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) के नवनिर्वाचित विधायकों ने बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को विधायक दल का नेता चुन लिया।  16 फरवरी (रविवार) को तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। दिल्ली सरकार का शपथ ग्रहण कार्यक्रम रामलीला मैदान में आयोजित किया जाएगा। इस दौरान अरविंद केजरीवाल के साथ उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों को भी शपथ दिलाई जाएगी।

केजरीवाल ने सरकार गठन के विषय पर आज बुधवार सुबह दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की है। अरविंद केजरीवाल इससे पहले साल 2013 और 2015 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। पिछली बार भी अरविंद केजरीवाल ने रामलीला मैदान से ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस बार भी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह को एक सार्वजनिक आयोजन का रूप देने का निर्णय लिया है।

बुधवार सुबह करीब 11 बजे अरविंद केजरीवाल सरकार गठन के विषय पर बातचीत के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल के सरकारी आवास राज निवास पर पहुंचे। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी अपने 62 निर्वाचित विधायकों के साथ भी सरकार गठन को लेकर एक अहम बैठक हुई। 

दिल्ली: कांग्रेस की शर्मनाक हार, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा बोली- हम क्या कर रहे हैं?

गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में बंपर जीत हासिल की है। आम आदमी पार्टी को 70 में से 62 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हुई है। पिछली विधानसभा में आम आदमी पार्टी 70 में से 67 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस बार 8 विधानसभा सीटें जीती है। पिछली विधानसभा में भाजपा के चार विधायक थे। कांग्रेस पार्टी पिछली बार की तरह इस बार भी अपना खाता खोलने में नाकाम रही। कांग्रेस का कोई उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत सका। इसके साथ ही कांग्रेस को मिलने वाले वोटों के प्रतिशत में भी भारी कमी दर्ज की गई है।

Tags:    

Similar News