ईरान पर प्रतिबंध के बाद भी तेल की कमी नहीं होने देंगे, सऊदी ने OPEC को दिलाया भरोसा

ईरान पर प्रतिबंध के बाद भी तेल की कमी नहीं होने देंगे, सऊदी ने OPEC को दिलाया भरोसा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-17 12:34 GMT
ईरान पर प्रतिबंध के बाद भी तेल की कमी नहीं होने देंगे, सऊदी ने OPEC को दिलाया भरोसा
हाईलाइट
  • भारत के पेट्रोलियम मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने भी तेल आपूर्ती को लेकर OPEC जनरल सेक्रेटरी से बात की है।
  • रान पर 4 नवंबर से लागू होने वाले अमेरिकी प्रतिबंध के चलते बाजार में तेल आपूर्ती को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
  • सऊदी अरब ने OPEC को आश्वस्त किया है कि वह बाजार में तेल की कमी नहीं होने देगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान पर 4 नवंबर से लागू होने वाले अमेरिकी प्रतिबंध के चलते बाजार में तेल आपूर्ती को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस बीच सऊदी अरब ने ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्ट कंट्रीज (OPEC) को आश्वस्त किया है कि वह बाजार में तेल की कमी नहीं होने देगा। OPEC के जनरल सेक्रेटरी मोहम्मद सानूसी बारकिंडो ने बुधवार को ये बात कही। भारत के पेट्रोलियम मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने भी तेल आपूर्ति को लेकर OPEC जनरल सेक्रेटरी से बात की है।

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "हम सभी, बाजार की स्थिरता को लेकर चिंतित है। OPEC 32% तेल उत्पादन करता है। हमें यकीन है कि सानुसी बारकिंडो के चार्ज लेने के बाद स्थितियां बदलेंगी। उन्होंने कहा, "हमने एक उपयोगी चर्चा की है और भारत के दृष्टिकोण से हमने  दुनिया भर के उपभोक्ताओं की बात उठाई है। मुझे विश्वास है कि सानूसी बारकिंडो हमारा दृष्टिकोण तेल उत्पादक समूह के सामने रखेंगे और तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर मार्केट की चिंता का हल निकालेंगे।"

मोहम्मद सानुसी बारकिंडो से सवाल किया कि क्या जर्नलिस्ट जमाल खशोगी के गुम होने का असर सऊदी अरब के तेल उत्पादन पर भी पड़ेगा? इसका जवाब देते हुए बारकिंडो ने कहा, "सऊदी अरब ने OPEC को आश्वासन दिया है कि वह तेल की जरुरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है और पूरी तरह से इसके लिए तैयार है। वह बाजार में तेल की कमी नहीं आने देगा।"

बता दें कि पत्रकार जमाल खशोगी के गुम होने से सऊदी अरब पर वैश्विक दबाव बढ़ गया है। इसका असर तेल मार्केट पर भी हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि खशोगी के गुम होने के पीछे सऊदी अरब का हाथ बताया जा रहा है। अमेरिका सऊदी को चेतावनी भी दे चुका है कि अगर ये साबित हुआ कि इसके पीछे सऊदी है तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। जमाल खशोगी वॉशिंगटन पोस्ट के कॉन्ट्रीब्यूटर थे। आखिरी बार उन्हें 2 अक्टूबर को इस्तांबुल स्थित सऊदी दूतावास के अंदर जाते हुए देखा गया था। तुर्की के अधिकारियों को शक है कि दूतावास में ही खशोगी की हत्या कर दी गई है।

बारकिंडो ने सऊदी अरब के तेल मंत्री खलीफ अल फलीह के नई दिल्ली में दिए बयान का भी हवाला देते हुए कहा कि सऊदी अरब यह सुनिश्चित करने के लिए तैयार है कि तेल की कमी नहीं है। बार्किन्दो ने कहा, "ओपेक के रूप में, हम अपने सामान्य उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित रखेंगे।" उन्होंने कहा कि सऊदी अरब के पास ज्यादा तेल उत्पादन की क्षमता है और वहीं किसी भी इमरजेंसी में कुशन की तरह काम करेगा।

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