ट्रिपल तलाक के खिलाफ लड़ने वाली निदा को इस्लाम से निकाला

ट्रिपल तलाक के खिलाफ लड़ने वाली निदा को इस्लाम से निकाला

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-16 16:41 GMT
ट्रिपल तलाक के खिलाफ लड़ने वाली निदा को इस्लाम से निकाला
हाईलाइट
  • इमाम ने फतवा जारी कर बरेली के आला हजरत खानदान की बहू निदा खान को इस्लाम से बहिस्कृत (बेदखल) कर दिया है।
  • ट्रिपल तलाक जैसे मामलों में आवाज बुलंद करने वाली निदा खान के खिलाफ फतवा जारी कर हुक्‍का पानी भी बंद कर दिया है।
  • यह फतवा दरगाह आला हजरत के दारूल इफ्ता ने जारी किया है।

डिजिटल डेस्क, बरेली। ट्रिपल तलाक जैसे मामलों में आवाज बुलंद कर पीड़ित महिलाओं को हक दिलाने के लिए लड़ रहीं निदा खान के खिलाफ फतवा जारी कर दिया गया है। फतवे में शहर के ही आला हजरत खानदान की बहू निदा खान को इस्लाम से बहिष्कृत (बेदखल) कर दिया है। निदा खान का हुक्‍का पानी भी बंद कर दिया गया है। यह फतवा दरगाह आला हजरत के दारूल इफ्ता ने जारी किया है। मजहब के खिलाफ बोलने का आरोप लगाते हुए निदा को इस्लाम से बेदखल किया गया है।

निदा के खिलाफ जारी फतवे में साफ लिखा गया है कि यदि निदा बीमार भी होती हैं तो उन्हें देखने के लिए कोई भी नहीं जाएगा। मरने के बाद उनके जनाजे में भी कोई शरीक न हो और न ही उन्हें कब्रिस्तान में दफन करने के लिए जगह दी जाए।

बरेली के शहर इमाम मुफ़्ती खुर्शीद आलम ने दरगाह आला हजरत पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि निदा का हुक्का पानी बंद कर दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि निदा अल्‍लाह या खुदा के बनाए कानून का विरोध कर रही हैं। वह मजहब और प्रथाओं के खिलाफ बोल रही थीं। इस कारण उनके खिलाफ फतवा जारी कर दिया गया है। साथ ही निदा को इस्लाम से भी निकाल दिया है।

 

 

खुर्शीद आलम ने कहा, "दारुल इफ्ता से जो फतवा जारी होता है, यह एक व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि जो भी कुरान के कानून को नहीं मानेगा वह इस्लाम से खुद ही खारिज हो जाएगा। दारुल इफ्ता का काम सिर्फ इतना है कि वह सिर्फ हुक्म जारी कर दे। यह हुक्म जारी हुआ मरकजी दारुल इफ्ता से और शहर काजी ने खुद यह हुक्म जारी किया है।"

गौरतलब है कि निदा को उनके पति ने तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया था। उन्होंने पति के खिलाफ केस दर्ज कराया था। यही नहीं, इसके बाद उन्होंने तीन तलाक के खिलाफ लड़ाई छेड़ दी थी।

Similar News