मनी लांड्रिंग केस में गिरफ्तार हुआ माल्या, 1 घंटे के भीतर मिली जमानत
मनी लांड्रिंग केस में गिरफ्तार हुआ माल्या, 1 घंटे के भीतर मिली जमानत
डिजिटल डेस्क, लंदन। विजय माल्या को लंदन में गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग केस में हुई है। हालांकि एक घंटे के भीतर उसे जमानत भी मिल गई। भारत ने ब्रिटेन सरकार से उसके प्रत्यर्पण की अपील की थी। माल्या पर 17 बैंकों के 9,432 करोड़ रुपए बकाया हैं। बता दें कि माल्या 2016 से लंदन में है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के खिलाफ आरोप-पत्र जमा करने के लिए लंदन पहुंची थी। यह कदम माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर उठाया गया था। ईडी का यह कदम माल्या के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है। सीबीआई ने 1000 से भी ज्यादा पेज की चार्जशीट में कहा कि किंगफिशर एयरलाइन्स ने IDBI की तरफ से मिले 900 करोड़ रुपए के लोन में से 254 करोड़ रुपए का निजी इस्तेमाल किया।
#BREAKINGNEWS : #VijayMallya arrested in London in Money Laundering case pic।twitter।com/WC4KfsVKWs
— Doordarshan News (@DDNewsLive) 3 October 2017
एक अधिकारी ने कहा कि ईडी टीम लंदन में विजय माल्या के खिलाफ क्राउन प्रोसीक्यूशन कार्यालय के समक्ष 5,500 पृष्ठ के आरोप-पत्र व कुछ अन्य दस्तावेज जमा करने के लिए पहुंची थी। बता दें कि क्राउन प्रोसीक्यूशन कार्यालय माल्या के प्रत्यर्पण के मामले को लड़ रहा है।
पहले भी हुई थी गिरफ़्तारी, 3 घंटे में छूटा
इससे पहले बैंकों का कर्ज न चुकाने के आरोप में विजय माल्या को बीते 18 अप्रैल को लंदन में गिरफ्तार किया गया था, हालांकि तीन घंटे बाद ही उसे स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी। लंदन की महानगर पुलिस के मुताबिक माल्या को मध्य लंदन के एक पुलिस थाने ले जाया गया, जहां उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। हालांकि वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने माल्या को 650,000 पाउंड के मुचलके पर जमानत दे दी थी।
बैंकों का कर्ज
31 जनवरी 2014 तक किंगफिशर एयरलाइन्स पर बैंकों का 6,963 करोड़ रुपए बकाया था।
इस कर्ज पर इंटरेस्ट के बाद माल्या की टोटल लायबिलिटी 9,432 करोड़ रुपए हो चुकी है।
ईडी ने दाखिल की थी 5000 पेज की चार्जशीट
एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) कोर्ट में माल्या के खिलाफ 5000 पेज की चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें सिलसिलेवार तरीके से बताया गया कि 400 करोड़ रुपए देश के बाहर कैसे भेजे गए और इसमें कानून का कैसे मजाक बनाया गया ?
चार्जशीट में बताया गया है कि किंगफिशर एयरलाइंस की बेहद खराब फाइनेंशियल कंडीशन के बावजूद आईडीबीआई ने उसे 860।92 करोड़ रुपए का लोन दिया, चार्जशीट में इसे आपराधिक साजिश के तौर पर दर्ज किया गया है।
भारतीय कोर्ट से भगोड़ा घोषित है माल्या
मुंबई की विशेष अदालत ने माल्या को भगोड़ा करार दिया है। वह साल 2016 के मार्च में फरार हो गया था और तबसे ब्रिटेन में रह रहा है। माल्या की कंपनी ने 17 बैंकों के समूह से कुल 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। इस कर्ज को नहीं चुकाने के मामले की जांच ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो कर रहे हैं।
अलग अलग बैंकों का कर्ज
शीर्ष अदालत ने अपने 7 अप्रैल, 2016 के आदेश से माल्या को उसके, उसकी पत्नी और बच्चों के भारत और विदेशों में स्थित सभी चल-अचल संपत्तियों का खुलासा करने को कहा था। माल्या पर एसबीआई के 1600 करोड़, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर के 150 करोड़, एक्सिस बैंक के 50 करोड़, कॉरपोरेशन बैंक के 310 करोड़, फेडरल बैंक के 90 करोड़, इंडियन ओवरसीज बैंक के 140, आईडीबीआई बैंक के 800 करोड़, पंजाब नेशनल बैंक 800 करोड़, पंजाब एंड सिंध बैंक के 60 करोड़, यूसीओ बैंक के 320 करोड़ यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के 430 करोड़, बैंक ऑफ इंडिया के 650 करोड़, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के 410 करोड़, फेडरल बैंक के 90 करोड़, का कर्ज है।