सीएम योगी ने मृतक की पत्नी से की मुलाकात, मामले को गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर का दिया आदेश 

मनीष गुप्ता मर्डर केस सीएम योगी ने मृतक की पत्नी से की मुलाकात, मामले को गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर का दिया आदेश 

Anupam Tiwari
Update: 2021-09-30 14:51 GMT
सीएम योगी ने मृतक की पत्नी से की मुलाकात, मामले को गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर का दिया आदेश 
हाईलाइट
  • अखिलेश ने पीड़ित परिवार को 20 लाख रूपए की मदद का किया एलान
  • सीएम योगी ने मृतक की पत्नी से की मुलाकात

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत के बाद यूपी की सियासत में हलचल मच गई। विपक्षी पार्टियां योगी सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर हमलावर हो गई हैं। अब यूपी में कानून का राज बतानें वाली योगी सरकार खुद कटघरे में खड़ी होती दिख रही है। इसी बीच गुरूवार को योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में पीड़ित परिवार से मुलाकात की और हरसंभव न्याय का भरोसा दिलाया। इस मुलाकात के बाद मृतक पत्नी मीनाक्षी ने बताया कि सीएम ने एक अभिभावक की तरह बातों को सुना और उन्हें इंसाफ का भरोसा दिलाया। इसके अलावा सीएम योगी ने बेटे की पढ़ाई के साथ मीनाक्षी को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है। मीनाक्षी को विकास प्राधिकरण में ओएसडी की नौकरी दी जाएगी। पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता राशि 10 लाख से बढ़ाने का भी प्रस्ताव दिया है। बता दें कि सीएम योगी ने पुलिस लाइन में मनीष की पत्नी मीनाक्षी व उनके बेटे से मुलाकात की थी। मीनाक्षी के मुताबिक सीएम योगी ने केस को गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर कर दिया है। साथ ही दोषी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीएम ने जो भरोसा दिया उससे मैं संतुष्ट हूं। 

शिवपाल यादव ने की मुलाकात

बता दें कि मृतक मनीष गुप्ता की मौत के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे। यहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और हर संभव मदद का भरोसा दिया। यहां उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस बेलगाम है। मुख्यमंत्री के गृह जिले में ऐसी घटना बहुत ही शर्मनाक व निंदनीय है। उन्होंने कहा कि वो इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं।

अखिलेश भी मिले पीड़ित परिवार से

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पहले ही सपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। सपा सुप्रीमों अखिलेश ने पीड़ित परिवार को 20 लाख रूपए की आर्थिक मदद देने का एलान भी किया था। साथ ही सरकार से इस मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में कराने की मांग भी की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने हत्या की है और इसमें सरकार नाकाम साबित हुई है। योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर अखिलेश ने सवाल भी खड़े किए, कहा कि पुलिस इस सरकार में बेलगाम है।

मामले में 6 पुलिसकर्मी हुए सस्पेंड

मनीष गुप्ता की पिटाई के बाद हुई मौत के मामले में छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। बता दें कि इस मामले में रामगढ़ताल थाने के एसएचओ जगत नारायण सिंह के साथ अक्षय मिश्रा, कांस्टेबल कमलेश यादव, विजय यादव, राहुल दूबे, प्रशांत कुमार को निलंबित कर दिया गया है। इस गंभीर मामले में केस दर्ज होने के बाद अभी तक आरोपी पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।  

 

 

 

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