मध्यप्रदेश में राजनैतिक उठापटक तेज, पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में सोनिया गांधी से की मुलाकात 

एमपी कांग्रेस में खलबली  मध्यप्रदेश में राजनैतिक उठापटक तेज, पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में सोनिया गांधी से की मुलाकात 

Raja Verma
Update: 2022-04-25 13:09 GMT
 मध्यप्रदेश में राजनैतिक उठापटक तेज, पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में सोनिया गांधी से की मुलाकात 
हाईलाइट
  • बीजेपी भी 2023 में होने वाले चुनाव को हल्के में नहीं ले रही है।

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में 2023 में विधान सभा चुनाव होना है। चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां अपनी राणनीति बनाने में जुट गयी है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भोपाल में आदिवासी कार्यक्रम में शामिल होने आए हुए थे। वहीं सोमवार को कांग्रेस पार्टी के दो बड़े नेताओं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने दिल्ली जाकर सोनिया गांधी से मुलाकात की है। पूर्व सीएम कमलनाथ की इस सप्ताह में सोनिया गांधी के साथ दूसरी मुलाकात है। 
राजनैतिक जानकारों का मानना है कि इन मुलाकातों में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ ही प्रशांत किशोर द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट पर भी बातचीत की गई है। कांग्रेस इस बार प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में किसी भी तरह से कमजोर नहीं दिखना चाहती है जिसका फायदा बीजेपी को मिल पाए। कांग्रेस चुनाव से पहले ही सभी नेताओं के अपसी मतभेद को दूर करके मैदान में उतरना चाह रही है। जिसका फायदा उसे आगामी विधानसभा चुनाव में मिल सके। बता दें दो दिन पहले ही पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव भी सोनिया गांधी से मुलाकात कर वापस लौटे हैं। 
कांग्रेस आलाकमान प्रदेश में होने तमाम सियासी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। वहीं सीनियर नेताओं को दिल्ली से बुलावा आ रहा है। कमलनाथ हफ्ते में दो बार और दिग्विजय सिंह भी दिल्ली दरबार में जा चुके है। वहीं बीजेपी भी 2023 में होने वाले चुनाव को हल्के में नहीं ले रही है। वह भी सत्ता में बने रहने के लिए अपनी रणनीति पर काम कर रही है। बीजेपी के कई बड़े नेता सभा में शामिल हो रहे हैं वही कुछ नेताओं को संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गई है। हाल ही में भोपाल आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद करीब दो घंटे तक मध्य प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ भी गुफ्तगू की थी।

दिल्ली बुलावे के पीछे पीके की रिपोर्ट 
 प्रदेश  के तमाम बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाये जाने को लेकर राजनैतिक जानकारों का मानना है कि इसके पीछे का कारण पीके की रिपोर्ट है। बता दें हाल ही में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस हाई कमान को एक रिपोर्ट सौंपी थी। जिसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि इस रिपोर्ट में जिन राज्यों में 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले है उन पर फोकस करने की बात कही गई है।
 कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी सिलसिले में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को  दिल्ली  बुलाया गया था। जानकारी के मुताबिक कमलनाथ के साथ सोनिया की बैठक करीब एक घंटे तक चली।

कांग्रेस का चिंतन शिविर 
सूत्र की माने तो दिग्विजय सिंह को भी कांग्रेस हाईकमान ने आज सुबह दिल्ली बुलाया था। वहां पर उनकी कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात हुई, जिसमें कांग्रेस का चिंतन शिविर  कार्यक्रम तय हुआ है। बता दें  13, 14 और 15 मई को राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर होने वाला है। जिसकी तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। माना जा रहा है कि इस शिविर में कांग्रेस पार्टी कई अहम फैसले ले सकती है। जिसमें पीके के कांग्रेस में शामिल होने पर भी निर्णय लेने के कयास लगाए जा रहे हैं। 

 

 

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