गाना कितना चंदा जेब में आया लॉन्च

गाना कितना चंदा जेब में आया लॉन्च

IANS News
Update: 2020-01-16 18:30 GMT
गाना कितना चंदा जेब में आया लॉन्च
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  • गाना कितना चंदा जेब में आया लॉन्च

शिकागो, 16 जनवरी (आईएएनएस)। बोल रे दिल्ली बोल गाने की अच्छी सफलता के बाद डॉ. मुनीश रायजादा फिल्म्स ने अपने डॉक्यूमेंट्री सीरीज ट्रांसपेरेंसी (पारदर्शिता) का दूसरा गाना कितना चंदा जेब में आया लांच किया है। इस गाने को मशहूर बॉलीवुड गायक उदित नारायण ने अपना सुरीला स्वर दिया है। वहीं गाने के बोल अनु रिजवी ने लिखे हैं और संगीत प्रवेश मल्लिक ने दिया है।

कितना चंदा जेब में आया गाने को मुनीश रायजादा ने निर्मित व निर्देशित किया है।

डॉक्यूमेंट्री सीरीज के निर्माता-निर्देशक डॉ. मुनीश रायजादा ने बताया कि चंदा वाला यह गाना राजनीतिक फंड पर आधारित है। दरअसल, राजनीतिक फंड वो एकमात्र जरिया होता है, जिसकी मदद से राजनीतिक पार्टियां अपने प्रचार अभियान से लेकर अपने रोजर्मे की रुटीन के काम करती हैं।

उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियां पब्लिक फंड से चलती हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों की तरह आम आदमी पार्टी भी पब्लिक फंड से चलने वाली पार्टी है। इसमें और अन्य पार्टियों में एकमात्र अंतर चंदा लेने के तरीके में है।

रायजादा ने कहा कि आम आदमी से चंदा लेकर पार्टी चलना तय हुआ था। साथ ही यह भी तय हुआ था कि चंदा के रूप में मिले एक-एक रुपये का हिसाब-किताब पब्लिक के सामने रखा जाएगा। यह पार्टी की पहली शर्त थी। इसे मूल सिद्धांत के रूप में प्रचारित व प्रसारित किया गया।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा पार्टी के तीन सिद्धांत तय किए गए थे। आंतरिक जांच प्रक्रिया, राजनीतिक फंड की पारदर्शिता और पॉवर का विकेंद्रीकरण इनमें शामिल थे। आम आदमी पार्टी ने क्राउड फंडिंग के जरिये आम लोगों से चंदा मांगकर भारतीय राजनीति में एक नई पहल की थी। पार्टी के तीन टर्म से राष्ट्रीय संयोजक व दो बार से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तो दूसरी राजनीतिक पार्टियों को उनके चंदे को उनकी तरह ही सार्वजनिक करने की चुनौती दे डाली थी।

रायजादा ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने लोगों को वैकल्पिक राजनीति का एक सुनहरा सपना दिखाया था। भ्रष्टाचार से तंग आ चुके लोगों को इस नई पार्टी में उम्मीद की एक किरण दिखी। लेकिन जून, 2016 को अचानक पार्टी की वेबसाइट से चंदे की सूची को हटा दिया गया। ऐसा कर पार्टी ने न सिर्फ अपने ही मूल सिद्धांत का गाला घोंट दिया, बल्कि अपनी जिम्मेदारी और पारदर्शिता से भी मीलों दूर हो गई।

उन्होंने कहा कि कितना चंदा जेब में आया गाना उन आम आदमी के निराशा और हताशा को दशार्ता है, जिसने इस पार्टी में भ्रष्टाचार से मुक्त भारत का सपना देखा था। दूसरी पार्टियों से अलग इसके माध्यम से पूरे सिस्टम को बदलते हुए देखना चाहा था। यह गाना उनके राजनीतिक तौर-तरीके को बदलने की एक अपील है।

मुनीश रायजादा शिकागो में चिकित्सक हैं और अपनी ही पार्टी के खिलाफ चंदा बंद सत्याग्रह भी चला चुके हैं।

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