सपा के मजबूत सियासी किले आजमगढ़ में त्रिकोणीय मुकाबला, सपा बसपा भाजपा में कड़ी टक्कर

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 सपा के मजबूत सियासी किले आजमगढ़ में त्रिकोणीय मुकाबला, सपा बसपा भाजपा में कड़ी टक्कर

ANAND VANI
Update: 2022-03-04 09:51 GMT
सपा के मजबूत सियासी किले आजमगढ़ में त्रिकोणीय मुकाबला, सपा बसपा भाजपा में कड़ी टक्कर
हाईलाइट
  • दुर्गाप्रसाद का दुर्ग

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश  विधानसभा चुनाव के  सातवें चरण में शामिल आजमगढ़ राजनैतिक दृष्टि से अहम जिला माना जाता है। तमसा नदी के तट पर बसा आजमगढ़ सपा का गढ़ रहा है। इस सीट से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव वर्तमान में सांसद हैं। आजमगढ़ की सदर विधानसभा सीट यूपी सियासत में अहम मानी जाती है। सांतवे चरण में शामिल इस सीट पर मतदान सोमवार 7 मार्च को होगा।

सीट पर प्रत्याशियों की बात की जाए तो सपा से दुर्गा प्रसाद यादव, कांग्रेस के प्रवीण कुमार सिंह, बीजेपी के अखिलेश मिश्र गुड्डू और बसपा के सुशील कुमेर सिंह चुनावी रण में आमने सामने हैं।  सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है।

राजनैतिक पृष्ठभूमि
आजमगढ़ बड़े-बड़े राजनेताओं की जन्मभूमि रही है, जिसके चलते सीट के सियासी अतीत की चर्चा देश भर में होती रही है। बारी बारी से इस सीट पर कई बड़ी पार्टियों ने अपना कब्जा जमाया।
सदर सीट पर पहला चुनाव 1957 में हुआ था, जिसमें प्रजा सोशलिस्‍ट पार्टी के बिसराम ने जीत हासिल की थी। इसके बाद  प्रजा सोशलिस्‍ट पार्टी से  भीम प्रसाद लगातार तीन बार विधायक बने।   बिसराम ने  एक बार फिर 1974 के चुनाव में भारतीय क्रांति दल से वापसी की।  
आपातकाल के बाद कुछ समय तक कांग्रेस का कब्जा रहा। 1977 और 1980 के चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी।

आपातकाल के बाद बदला सियासी समीकरण

आपातकाल के बाद  इस सीट का चुनावी समीकरण बदल गया। कभी कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले इस इलाके को अब समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है। 1996 से 2017 तक पांच बार से  सपा के दुर्गा प्रसाद यादव सीट पर कब्जा बरकरार रखे हुए है।  मोदी लहर के बीच भी सपा के दुर्गा यादव के दुर्ग को भाजपा प्रत्याशी अखिलेश मिश्रा भेद नहीं पाये। 

                                         

2012 और 2017 के नतीजे
2012 में समाजवादी पार्टी के दुर्गा प्रसाद यादव ने 93629 मत के साथ बहुजन समाज पार्टी के सर्वेश सिंह सिप्पू को हराया था। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी सीट पर साईकिल का राज रहा। यहां की कुल 10 सीटों में से 5 सीट सपा, 4 सीट बसपा और सिर्फ एक सीट बीजेपी के खाते में गई । सदर विधानसभा सीट से 2017 के चुनाव में भी सपा के टिकट पर दुर्गा प्रसाद यादव मैदान में थे जिसमें उन्होंने  बीजेपी के अखिलेश मिश्रा को 26 हजार वोट के बड़े अंतर से हराया।

 आजमगढ़ का जातीय गणित

 यादव  बाहुल्य आजमगढ़ सदर सीट पर कुल मतदाता तीन लाख 94 हजार 169 हैं। जिनमें पुरुष वोटरों की संख्या 206891 के साथ  187278 महिला मतदाता शामिल हैं। वोटरों में यादवों की संख्या 75 हजार, दलित 62 हजार, मुस्लिम 58 हजार,क्षत्रिय 45 हजार, वैश्य 35 हजार, भूमियार 25 हजार, ब्राह्मण 21 हजार हैं। सपा उम्मीदवार दुर्गाप्रसाद यादव यादव समाज से आते है जिनके वोटरों की संख्या सबसे अधिक है। यही मुख्य वजह है  कि वो यहां से लगातार जीतते आ रहे है।

 

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