क्या कैबिनेट फेरबदल से खत्म हो जाएगा गहलोत बनाम पायलट झगड़ा?

राजस्थान सियासत क्या कैबिनेट फेरबदल से खत्म हो जाएगा गहलोत बनाम पायलट झगड़ा?

IANS News
Update: 2021-11-11 13:30 GMT
क्या कैबिनेट फेरबदल से खत्म हो जाएगा गहलोत बनाम पायलट झगड़ा?

डिजिटल डेस्क, जयपुर । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद यह स्पष्ट कर दिया कि राज्य में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के समर्थकों को समायोजित करते हुए मंत्रिमंडल में फेरबदल किया जाएगा। राजस्थान में दरार फिलहाल पीछे हटने की संभावना है, लेकिन मुख्यमंत्री पद का मुद्दा बना रहेगा। पायलट समर्थक नेतृत्व परिवर्तन पर जोर दे रहे होंगे, क्योंकि पूर्व उपमुख्यमंत्री इससे कम पर समझौता नहीं करना चाहते, क्योंकि पायलट खेमे को लगता है कि स्वाभाविक दावेदार होने के बावजूद उन्हें इस तरह के पद से वंचित कर दिया गया है।

सचिन पायलट ने एआईसीसी स्तर पर उन्हें राज्य से बाहर कहीं और समायोजित किए जाने के पार्टी के प्रस्ताव को भी ठुकरा दिया है। उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि पायलट राज्य से बाहर नहीं जाना चाहते, जबकि अशोक गहलोत चाहते हैं कि उनके विरोधी केंद्रीय स्तर पर असाइनमेंट लेकर राज्य से कहीं बाहर चले जाएं।

अपने मामले को आगे बढ़ा रहे सचिन पायलट पार्टी नेताओं से मिलते रहे हैं। उन्होंने बुधवार को गहलोत-प्रियंका गांधी की मुलाकात से पहले के.सी. वेणुगोपाल से मुलाकात की थी। राहुल-प्रियंका चाहते हैं कि इस मुद्दे को तुरंत सुलझाया जाए। पिछले साल जब पायलट ने अशोक गहलोत के खिलाफ विद्रोह किया था, तब प्रियंका ने उन्हें शांत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। सोनिया गांधी के साथ बैठक के बाद अशोक गहलोत ने कहा है कि वह नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णय का पालन करेंगे और उन्हें सब कुछ बता दिया है।

इस बीच, कांग्रेस सूत्रों ने पुष्टि की कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को कैबिनेट विभागों से मुक्त किया जा सकता है, क्योंकि उन्हें गुजरात और पंजाब का पार्टी प्रभारी बनाया गया है।विशेष रूप से राज्य इकाई से संबंधित लंबे समय से लंबित नियुक्तियों की घोषणा कैबिनेट विस्तार के बाद की जाएगी। कांग्रेस के एक नेता ने कहा, विस्तार के बाद नियुक्तियों की घोषणा भी शुरू हो जाएगी। कैबिनेट में फेरबदल की चर्चा के बीच गहलोत ने बुधवार को पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, अजय माकन और के.सी. वेणुगोपाल से मुलाकात की थी। गहलोत हाल के उपचुनाव के परिणामों से उत्साहित हैं और उनका खेमा धारियावाड़ में जीत को लेकर उत्साहित है। यह सीट 2013 से ही भाजपा के कब्जे में थी। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने वल्लभनगर पर भी अपना कब्जा बरकरार रखा है। धारियावाड़ में भाजपा तीसरे और वल्लभनगर में चौथे स्थान पर रही।

(आईएएनएस)

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