Politics of Bihar: सीएम नीतीश गठबंधन 'इंडिया' को दे रहे हैं धोखा? चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने किया बड़ा खुलासा

    Raj Singh
    Update: 2023-08-18 03:55 GMT

    डिजिटल डेस्क, पटना। विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के सूत्रधार और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हाल ही में दिल्ली गए हुए थे। मीडिया में खबरें थी कि वो राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। अब इसी मामले को लेकर जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है और खुलासा किया है कि आखिर नीतीश दिल्ली क्यों गए हुए थे।

    बीते दिन यानी गुरुवार (17 अगस्त) को प्रशांत किशोर ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को क्या लगता है राजधानी दिल्ली नीतीश कुमार अटल जी को श्रद्धांजलि देने गए थे? अगर मान भी ले तो पिछले साल श्रद्धांजलि देने क्यों नहीं गए थे? लोगों को संबोधित करते हुए पीके ने आगे कहा कि, पिछले आठ सालों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अटल जी को श्रद्धांजलि देने नहीं गए, यहां तक की वो बीजेपी के साथ गठबंधन में भी थे। कुमार की सियासत करने का एक अपना अलग तरीका है। एक दरवाजे को खोलते हैं और पीछे से खिड़की और रोशनदान दोनों को खोलकर रखते हैं ताकि कब किसकी जरूरत पड़ जाए, किसी को पता नहीं। 

    'इंडिया' गठबंधन भाव नहीं दिया तो पलटी मार सकते हैं नीतीश?

    प्रशांत किशोर यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार के लिए I.N.D.I.A. दरवाजा है और खिड़की राज्यसभा सदस्य हरिवंश हैं। जिनके जरिए उनका बीजेपी के साथ संपर्क बना हुआ है। ये सब तो बीजेपी और एनडीए वालों को मैसेज दे रहे हैं कि आपके जो बड़े नेता रहें हैं उनके लिए मेरे मन में काफी मान सम्मान है। किशोर ने कहा कि, नीतीश कुमार से किसी ने पूछा कि पिछले साल अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने क्यों नहीं गए थे? जिस पर कुमार ने चुप्पी साध ली। पीके ने कहा कि, ये उनका इंडिया वालों के ऊपर दबाव बनाने का नायाब तरीका है। वो चाहते हैं कि कि इंडिया गठबंधन उन्हें भाव दें अगर नहीं दिया तो उधर भी जा सकते हैं।

    नीतीश ने क्या कहा?

    दिल्ली से लौट कर आने के बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि, बीजेपी वाले हमें एकजुट देखकर सकते में हैं। कुमार ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि, मैं दिल्ली किसी और काम के लिए गया था। खड़गे, राहुल और केजरीवाल से मुलाकात का कोई प्लान नहीं था। उन सभी वरिष्ठों से फोन पर बातचीत होती रहती हैं।

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