नीरज चोपड़ा 90 मीटर पार कर जीतना चाहते हैं ओलिंपिक में गोल्ड 

नीरज चोपड़ा 90 मीटर पार कर जीतना चाहते हैं ओलिंपिक में गोल्ड 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-12 05:52 GMT
हाईलाइट
  • एशियन गेम्स 2018 में 88.06 मीटर का थ्रो कर जीता था गोल्ड
  • जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा के निशाने पर अब 90 मीटर का थ्रो है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा के निशाने पर अब 90 मीटर का थ्रो है और इसे वह 2020 टोक्यो ओलिंपिक के पहले ही हासिल करना चाहते हैं। नीरज ने कहा है कि वह अगली प्रतियोगिताओं में अपने 88.06 मीटर के एशियन गेम्स 2018 में गोल्ड मेडल जीतने वाले प्रदर्शन को बनाए रखना चाहते हैं। इसके अलावा टोक्यो ओलिंपिक 2020 से पहले वे 90 मीटर के आंकड़े को पार करने चाहते हैं। ताकि वे टोक्यो ओलिंपिक में रिकॉर्ड दर्ज कर गोल्ड मेडल जीत सकें। नीरज का मानना है कि वे तकनीक में ‘छोटा’ बदलाव करके 90 मीटर के टारगेट को हासिल कर सकते हैं। इसके लिए वे अपने भारतीय और विदेशी कोच के साथ मिलकर प्रैक्टिस में जुटे हुए हैं।  

"मुझे भरोसा है कि मैं 90 मीटर का आंकड़ा हासिल कर सकता हूं"

उनका कहना है कि ‘ एशियन गेम्स मेरे लिए काफी अच्छा साबित हुआ है। पूरे सीजन के दौरान मैं 85 मीटर से अधिक की दूरी तय करता रहा और जकार्ता में मैंने 88 मीटर के आंकड़े को पार किया। मुझे अब भरोसा है कि मैं 90 मीटर का आंकड़ा भी हासिल कर सकता हूं और यह मेरी जिद है। ऐसा कभी भी हो सकता है, लेकिन ऐसा करने से पहले मुझे अपने 88 मीटर के प्रदर्शन को लगातार बनाए रखना होगा। 

नीरज दुनिया के मौजूदा टॉप जैवलिन थ्रोअर में एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जो 20 साल से कम उम्र में 85 मीटर की दूरी को तय करने में सफल रहे हैं। मौजूदा जैवलिन थ्रोअर एथलीट्स में छह खिलाड़ी 90 मीटर की दूरी पार कर चुके हैं जिसमें जर्मनी के तीन खिलाड़ी भी शामिल हैं जो लगातार अपने 90 मीटर के प्रदर्शन को बनाए हुए हैं। 

एशियन गेम्स 2018 में नीरज का गोल्ड 

एशियन गेम्स के नौवें दिन भारत के नीरज चोपड़ा ने इतिहास रचा था। उन्होंने अपने पहले एशियाड के जैवलीन थ्रो इवेंट में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता। यह भारत का इस इवेंट में पहला गोल्ड है। इससे पहले 1982 एशियन गेम्स में भारत के गुरतेज सिंह ने इस इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। नीरज ने न केवल गोल्ड जीता, बल्कि नया नेशनल रिकॉर्ड भी बनाया। वह एशियन गेम्स में भारत के ध्वजवाहक भी थे। एशियन गेम्स में नीरज ने 88.06 मीटर का थ्रो किया था। इसके साथ ही उन्होंने दोहा लीग में बनाए अपने ही नेशनल रिकॉर्ड को भी तोड़ा था। नीरज का पहला थ्रो 83.46 मीटर का रहा, जबकि दूसरा थ्रो फाउल रहा। नीरज का तीसरा थ्रो 88.06 मीटर का रहा। छह थ्रो में नीरज के दो थ्रो फाउल करार दिए गए, वहीं बाकी चार थ्रो में इस स्टार एथलीट ने 80 से ऊपर का स्कोर किया और भारत को गोल्ड जीताया। इस स्टार एथलीट ने लगातार अपने अच्छे प्रदर्शन से सबका दिल भी जीत लिया।

Similar News