FIFA WORLD CUP 2018 : इस बार भी पाकिस्तान में बनी फुटबॉल से होंगे मैच

FIFA WORLD CUP 2018 : इस बार भी पाकिस्तान में बनी फुटबॉल से होंगे मैच

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-11 16:02 GMT
FIFA WORLD CUP 2018 : इस बार भी पाकिस्तान में बनी फुटबॉल से होंगे मैच
हाईलाइट
  • "Telestar 18" की खासियत यह है कि इसे तमाम तकनीक और डिज़ाइन के मिश्रण से बनाया गया है।
  • FIFA WORLD CUP 2018 में इस बार adidas के "Telestar 18" फुटबॉल का इस्तेमाल किया जाएगा।
  • इस बॉल के मैन्युफैक्चरिंग की ज़िम्मेदारी पाकिस्तान के सियालकोट में स्थित स्पोर्ट्स कंपनी फॉरवर्ड स्पोर्ट्स को दी गई है।

डिजिटल डेस्क, मॉस्को। रूस में 14 जून से शुरू हो रहे FIFA WORLD CUP 2018 में इस बार adidas की "TELSTAR 18" फुटबॉल का इस्तेमाल किया जाएगा। इस बॉल की मैन्युफैक्चरिंग की ज़िम्मेदारी "फॉरवर्ड स्पोर्ट्स" को दी गयी है। "फॉरवर्ड स्पोर्ट्स" पाकिस्तान के सियालकोट में स्थित एक विश्वप्रसिद्ध स्पोर्ट्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है। "TELSTAR 18" को बनाने की ज़िम्मेदारी भी इसी कंपनी को मिली है। "TELSTAR 18" का अनावरण और घोषणा लियोनेल मेस्सी द्वारा 9 नवंबर 2017 को मॉस्को में किया गया था। इस मौके पर ज़िनेदिन ज़िदान, काका, डेल पियेरो, जावी समेत अलग-अलग विश्वकप विजेता टीम के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।

इस फुटबॉल को क्यों दिया ये नाम?
"TELSTAR 18" फुटबॉल का नाम 1970 फीफा वर्ल्ड कप में इस्तेमाल इसके मूल फुटबॉल "TELSTAR" के नाम पर दिया गया है। यह काले और सफ़ेद पैटर्न की थी। TELSTAR में 32 पेनल्स थे, जबकि "TELSTAR 18" में 6 पेनल्स हैं। 2014 फीफा वर्ल्ड कप में इस्तेमाल हुए "Brazuca" में 6 पॉलीयूरेथेन पैनल थे, वहीं 2010 फीफा वर्ल्ड कप में इस्तेमाल किए गए "Jabulani" में 8 3D पेनल्स थे। पेनल्स फुटबॉल को सुंदरता और गति प्रदान करने का काम करते हैं।

 

 

यह पहली बार नहीं है कि विश्व कप के मैचों में इस्तेमाल की जाने वाली फुटबॉल का निर्माण पाकिस्तान में किया जा रहा है। 2014 फीफा वर्ल्ड कप में इस्तेमाल हुए Brazuca का भी निर्माण सियालकोट, पाकिस्तान में ही किया गया था। सियालकोट खेल के उपकरणों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है।

इस फुटबॉल में क्या है खासियत
"TELSTAR 18" की खासियत यह है कि इसे तमाम तकनीक और डिज़ाइन के मिश्रण से बनाया गया है। इस फुटबॉल में नए और पुरानी तकनीकों का मिश्रण है। दरअसल 2014 में इस्तेमाल हुई Brazuca काफी रंगीन थी, जबकि 2010 में इस्तेमाल हुई Jabulani को उसके हल्केपन के लिए काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। यही वजह है कि इस फुटबॉल को बनाते वक्त उसके शेप और साइज की बारीकियों पर रिसर्च करके बनाया गया है। यह देखने में दिलचस्प होगा कि एडिडास के जर्सी जैसी दिखने वाली यह फुटबॉल फील्ड में किस प्रकार व्यवहार करती है।

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