#INDvsNZ: पहले वनडे में इंडिया की हार, कोहली का शतक गया बेकार

#INDvsNZ: पहले वनडे में इंडिया की हार, कोहली का शतक गया बेकार

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-23 05:03 GMT
#INDvsNZ: पहले वनडे में इंडिया की हार, कोहली का शतक गया बेकार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला रविवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया। पहले ही मैच में इंडिया टीम को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बेहद ही खराब रही। अगर कैप्टन विराट कोहली को छोड़ दिया जाए, तो कोई इंडियन प्लेयर्स फिफ्टी भी नहीं मार पाया। कोहली की 121 रनों की इनिंग की बदौलत टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के सामने 281 रनों का टारगेट रखा, जिसे कीवियों ने 49 ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैच की शुरुआत में टीम इंडिया की हालत बहुत खराब रही और कोई भी खिलाड़ी विराट कोहली का साथ नहीं दे पाया। उसके बावजूद कोहली क्रीज पर टिके रहे और टीम का स्कोर 280 पहुंचा दिया। टीम इंडिया की तरफ से एक भी खिलाड़ी 40 के स्कोर को भी पार नहीं कर पाया और यही कारण रहा कि टीम इंडिया 300 के अंदर सिमट गई। अगर स्कोर 300 के पार होता तो शायद मैच का रिजल्ट कुछ और हो सकता था। यही वजह है कि टीम इंडिया को पहले ही मैच में कीवियों के हाथों 6 विकेट से हार मिली। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं उन खिलाड़ियों के बारे में, जिनकी खराब परफॉर्मेंस के चलते टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। 

 

1. शिखर धवन

 

 

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में बाहर रहे शिखर धवन की न्यूजीलैंड के खिलाफ वापसी हुई, लेकिन वो इस मैच में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। शुरुआत में 1 चौका लगाने के बाद ऐसा लगा कि धवन अच्छी परफॉर्मेंस देंगे, लेकिन अगले ही पल में वो प्रेशर में आ गए और ट्रेंट बोल्ट के शिकार बन गए। इस मैच में धवन ने 12 बॉल खेली और 9 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 में धवन लय में जरूर नजर आए थे, लेकिन वनडे में धवन एक बार फिर गैर जिम्मेदाराना तरीके से आउट हो गए। ओपनिंग बैट्समैन के पास भरपूर समय होता है और धवन पिच को अच्छी तरह से समझने में अगर थोड़ा टाइम लेते तो शायद अच्छी इनिंग खेल सकते थे। धवन के करियर में कई बार ऐसा समय आया है, जब वो खराब फॉर्म से गुजरे हैं और पहले मैच में भी धवन का खराब फॉर्म साफ देखने को मिला। धवन अगर अच्छी शुरुआत देकर जाते तो टीम इंडिया बड़ा स्कोर खड़ा करने में कामयाब होती। 

 

2. रोहित शर्मा :

 

 

शिखर धवन के बाद टीम के दूसरे ओपनर रोहित शर्मा भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और सिर्फ 20 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। रोहित ने अपनी इस छोटी से इनिंग में 2 सिक्स भी लगाए और ऐसा लगा कि अब रोहित पारी संभालेंगे, लेकिन वो भी ट्रेंट बोल्ट का शिकार हो गए। धवन के आउट होने के बाद रोहित की ये जिम्मेदारी थी कि, वो विराट कोहली का साथ दें और पारी को संभाले लेकिन उन्होंने भी प्रेशर में आकर या हड़बड़ाहट में अपना विकेट गंवा दिया। धवन के जाने के बाद टीम इंडिया को एक अच्छी पार्टनरशिप की जरुरत थी, लेकिन रोहित कोहली के साथ मिलकर सिर्फ 13 रनों की पार्टनरशिप ही कर पाए। अगर रोहित शर्मा अगर कुछ ओवरों तक क्रीज पर टिके रहते और कोहली का साथ देते तो शायद टीम इंडिया का स्कोर कुछ और होता। 

 

3. महेंद्र सिंह धोनी :

 

 

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी एक बार फिर से फ्लॉप साबित हुए। 4 विकेट गिरने के बाद धोनी जब क्रीज पर आए तो पूरे देश को उनसे उम्मीदें थी कि वो मुश्किल वक्त में टीम इंडिया का अच्छा साथ देंगे। दुनिया के बेस्ट फिनिशर माने जाने वाले धोनी पहले वनडे में मैच को फिनिश करने में नाकाम रहे। शुरुआत में ही 4 विकेट खोने के बाद धोनी पर सबकी निगाहें टिकी थीं। वहीं विराट कोहली को भी एक अच्छे पार्टनर की जरुरत थी, जो दूसरे छोर से विकेट को थामे रखे। कई मैचों में विकेटों को थामे रखने वाले धोनी इस मैच में ज्यादा देर नहीं टिक सके और 42 बॉलों में सिर्फ 25 रन बनाकर आउट हो गए। धोनी कोहली के साथ मिलकर भी 37 रन की पार्टनरशिप ही कर पाए, जबकि उस वक्त टीम इंडिया को एक लंबी पार्टनरशिप की जरुरत थी। अगर धोनी और कोहली लास्ट ओवर तक टिके रहते तो टीम इंडिया का स्कोर 300 के पार पहुंच सकता था। 

 

4. केदार जाधव :

 

 

इस बार टीम इंडिया ने अपनी स्ट्रेटजी में बदलाव करते हुए केदार जाधव को फिर से चौथे नंबर पर भेजा। ऐसे में उन पर जिम्मेदारी थी कि वो कैप्टन कोहली का साथ दें और टीम इंडिया को अच्छे स्कोर की तरफ बढ़ाएं। केदार इस मैच में 25 बॉलों का सामना करके सिर्फ 12 रन ही बना सके और मौके का फायदा नहीं उठा सके। चौथे नंबर पर बैटिंग करने के लिए टीम इंडिया को एक परमानेंट बैट्समैन की जरुरत है और ऐसे में खुदको प्रूफ करने के लिए जाधव के पास मौका था, लेकिन वो खुदको साबित करने में नाकाम रहे और कोहली का साथ नहीं दे पाए। बैटिंग ही नहीं फील्डिंग में भी जाधव कल फ्लॉप रहे। उन्होंने शुरुआत में ही मिसफील्डिंग करते हुए कोलिन मुनरो का कैच छोड़ दिया। उस वक्त मुनरो 13 रन पर खेल रहे थे। हालांकि कैच छूटने से टीम इंडिया को इतना नुकसान नहीं हुआ और मुनरो 28 रन बनाकर आउट हो गए। 

 

5. हार्दिक पांड्या :

 

 

हार्दिक पांड्या को इस समय टीम इंडिया का उभरता हुआ ऑलराउंडर बताया जा रहा है। इसके साथ ही उन्हें फीनिशर बनाने की भी तैयारी की जा रही है, लेकिन पहले वनडे में पांड्या बैटिंग में फ्लॉप रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे नंबर पर उतरने वाले हार्दिक पांड्या इस मैच में 7वें नंबर पर आए और ऐसे में उनके पास खुदको फीनिशर साबित करने का मौका था, लेकिन वो इस मौके को भुना नहीं पाए। पांड्या जब बैटिंग करने आए थे, तब भी विराट क्रीज पर मौजूद थे और अच्छे पार्टनर को तलाश रहे थे, लेकिन पांड्या भी उनकी इस तलाश को पूरा नहीं कर पाए। इस मैच में पांड्या ने 16 बॉल खेली और 16 रन बनाए। पांड्या ने जब 1 चौका और 1 छक्का लगाया तो इंडियन फैंस की उम्मीद बढ़ी कि पांड्या इस मैच में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे, लेकिन पांड्या न ही फैंस की उम्मीदों पर खरा उतर पाए और न ही कैप्टन कोहली की। अगर पांड्या बचे हुए आखिरी ओवर में कैप्टन कोहली का साथ दे देते तो मैच का रिजल्ट कुछ और होता। 

Similar News