टीम इंडिया का इकलौता बल्लेबाज, जिसने दो बार जड़ा 'तिहरा शतक'

टीम इंडिया का इकलौता बल्लेबाज, जिसने दो बार जड़ा 'तिहरा शतक'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-20 04:25 GMT
टीम इंडिया का इकलौता बल्लेबाज, जिसने दो बार जड़ा 'तिहरा शतक'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग आज 39 साल के हो गए हैं। सहवाग ने भले ही क्रिकेट से सन्यास ले लिया हो, लेकिन आज भी वो सुर्खियों में बने रहते हैं। कारण है, सोशल मीडिया में उनकी मौजूदगी। वीरेंद्र सहवाग शायद इंडिया के पहले ऐसे क्रिकेटर हैं, जो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। मैदान पर तो सहवाग चौके और छक्के की बारिश करते ही थे, लेकिन सोशल मीडिया पर भी चौके-छक्के कैसे मारना है, वो सिर्फ सहवाग से ही सीखा जा सकता है। हालांकि कई बार वो अपने ट्वीट को लेकर विवादों में भी आ जाते हैं, लेकिन उससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। उनकी यही बेफिक्री ही क्रिकेट में उनके काम भी आई। बताया जाता है कि सहवाग जब पाकिस्तान के खिलाफ एक टेस्ट मैच में ट्रिपल सेंचुरी से सिर्फ 5 रन दूर थे, उसके बाद भी उन्होंने अपने ट्रिपल सेंचुरी शांति से नहीं बल्कि छक्के के साथ पूरी की। जबकि उनके साथ क्रीज पर टिके सचिन तेंदुलकर ने उन्हें काफी समझाया, लेकिन सहवाग हैं ही इतने मस्तमौला कि वो अपनी पर आते हैं, तो किसी की नहीं सुनते और पाकिस्तान के खिलाफ वो और ज्यादा एग्रेसिव हो जाते हैं। सहवाग इंडियन क्रिकेट में इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनके नाम एक नहीं बल्कि दो-दो "तिहरे शतक" हैं। 20 अक्टूबर 1978 को हरियाणा के एक जाट परिवार में जन्मे सहवाग को "मुल्तान का सुल्तान" और "नजफगढ़ का नवाब" कहकर बुलाया जाता है। इसके साथ ही आजकल उन्हें "सोशल मीडिया किंग" भी कहा जाता है। आज उनके बर्थडे पर हम आपको सहवाग के बारे में कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जो आपको शायद ही पता हो। 

1. दिल्ली से निकले और दुनिया में छाए

वीरेंद्र सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 1997 में दिल्ली क्रिेकेटी टीम की तरफ से की थी। इसके बाद 1998 में उनको दलीप ट्रॉफी के लिए नॉर्दन जोन क्रिकेट टीम में सिलेक्ट किया गया। इस ट्रॉफी में सहवाग ने अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया और इस टूर्नामेंट में वो टॉप स्कोरर बने। इसके बाद रणजी ट्रॉफी में भी सहवाग ने पंजाब के खिलाफ खेलते हुए 175 बॉलों पर 187 रन बनाए। इसके बाद सहवाग का नाम चलने लगा और फिर सिलेक्टर की नजर उन पर पड़ी। जिसके बाद उन्हें अंडर-19 टीम में सिलेक्ट किया गया। अंडर-19 में सिलेक्ट होने के बाद सहवाग ने पहली बार साउथ अफ्रिका का दौरा किया। इस दौरे पर उन्होंने 2 सेंचुरी लगाई, जिसके बाद उनको इंटरनेशनल टीम में सिलेक्ट किया गया। इसके बाद से ही सहवाग इंडियन क्रिकेट टीम का हिस्सा बन गए। 

2. जब कहा- स्पिनर आया तो छक्का मारूंगा

28 मार्च 2004 का वो दिन वीरेंद्र सहवाग की पहली ट्रिपल सेंचुरी का गवाह बना। ये टेस्ट मैच इंडिया और पाकिस्तान के बीच मुल्तान में खेला गया। इस मैच में सहवाग शुरू से ही पाकिस्तान बॉलर के लिए मुसीबत खड़े कर रहे थे। वीरू के साथ मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर क्रीज पर थे और वो बार-बार उन्हें समझा रहे थे कि लंबे शॉट मत खेलना, आउट नहीं होना है। वीरू शुरू से ही सचिन की बात मान रहे थे, लेकिन जब वो 295 रन के स्कोर पर पहुंचे तो वीरू ने सचिन को साफ कर दिया कि अगर कोई स्पिनर आया तो वो छक्का मारके ही अपनी ट्रिपल सेंचुरी पूरी करेंगे, चाहे वो आउट ही क्यों न हो जाएं। हुआ भी ऐसा ही, अगला ओवर स्पिनर को दिया गया और सहवाग ने छक्का मारकर ही अपनी "ट्रिपल सेंचुरी" पूरी की। हालांकि ट्रिपल सेंचुरी पूरी करने के बाद सहवाग ज्यादा देर तक नहीं खेल सके और 309 रन पर आउट हो गए। इस मैच में सहवाग ने 375 बॉलों पर 309 रन बनाए थे। इसके बाद से ही सहवाग को "मुल्तान का सुल्तान" कहा जाने लगा था। 

 

 

3. साउथ अफ्रीका के खिलाफ जड़ा दूसरी "ट्रिपल सेंचुरी"

पाकिस्तान के खिलाफ 2004 में ट्रिपल सेंचुरी जड़ने के बाद 4 साल बाद यानी 2008 में वीरू ने दूसरी बार ट्रिपल सेंचुरी साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगाई। चेन्नई के एम चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए इस टेस्ट में सहवाग ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 319 रनों की पारी खेली। इस दौरान सहवाग ने 42 चौके और 5 छक्के लगाए। इतना ही नहीं सहवाग ने 319 रन बनाने के लिए 304 बॉलों का सामना किया था, यानी 104.93 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की थी। सहवाग की ये पारी उनके क्रिकेट करियर की सबसे बड़ी पारी है। इसी के साथ सहवाग पहले इंडियन बैट्समैन हैं, जिनके नाम क्रिकेट करियर में दो-दो ट्रिपल सेंचुरी लगाई है। अब तक दुनिया में सिर्फ 4 बैट्समैन ही हैं, जो दो बार ट्रिपल सेंचुरी लगा चुके हैं, जिसमें डॉन ब्रैडमैन, वीरेंद्र सहवाग, ब्रायन लारा और क्रिस गेल शामिल हैं। 

4. बॉलिंग में भी कम नहीं वीरू पाजी

वीरू पाजी न सिर्फ बैटिंग में बल्कि बॉलिंग में भी कमाल के हैं। उन्होंने टीम में बतौर ऑफ स्पिनर अपनी जगह बनाई थी। सहवाग ने 104 टेस्ट मैचों में 40 विकेट चटकाए, जबकि 251 वनडे में उनके नाम 96 विकेट हैं। इतना ही नहीं, सहवाग इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके नाम टेस्ट क्रिेकेट में ट्रिपल सेंचुरी लगाने के अलावा 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी है। उन्होंने 2008 में अनिल कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक पारी में 5 विकेट लिए थे। इसमें उन्होंने मैथ्यू हेडन, माइकल हसी, रिकी पॉन्टिंग, शेन वॉटसन और केमरून वाइट का विकेट चटकाया था। 

5. सचिन-सहवाग की जोड़ी रही है कमाल

सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग टीम इंडिया के लिए 93 बार ओपनिंग पार्टनरशिप कर चुके हैं, जिसमें से 12 बार दोनों खिलाड़ियों ने 100 रन से ज्यादा की पार्टनरशिप की। वहीं दोनों खिलाड़ियों के बीच 114 बार पार्टनरशिप हुई, जिसमें दोनों ने टीम के लिए 4387 रन बनाए। सचिन-सहवाग के बीच सबसे बड़ी पार्टनरशिप 2003 में हैदराबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई थी, जो 182 रनों की रही। वीरेंद्र सहवाग को "लिटिल तेंदुलकर" भी कहा जाता है। 

6. रिटायरमेंट के बाद सोशल मीडिया पर चमके

वीरेंद्र सहवाग ने जब इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास लिया, तब लोगों ने उनके गुस्से को ही देखा था, लेकिन रिटायरमेंट के बाद उनका "सेंस ऑफ ह्यूमर" भी देखने को मिला। सहवाग रिटायर होने के बाद से ही सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। सहवाग हर मुद्दे पर ट्विटर पर अपनी राय रखते हैं और काफी मजाकिया और नए तरीके से। हालांकि कई बार सहवाग ट्विटर पर कुछ ऐसा भी लिख देते है, जिसके बाद विवाद भी बढ़ जाता है, लेकिन सहवाग को इन सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता। ट्विटर पर सहवाग के 13.1 मिलियन यानी 1.31 करोड़ फॉलोअर्स हैं। 

7. सोशल मीडिया पर मिली बधाईयां

हमेशा दूसरों के जन्मदिन पर विश करने वाले वीरेंद्र सहवाग को सोशल मीडिया पर भी उनके फैंस और कई बड़ी हस्तियों ने बर्थडे की शुभकामनाएं दी। आइए देखते हैं, कि किस तरह से सहवाग को उनके दोस्तों और फैंस ने बर्थडे विश किया। 

 

 

 

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