22 साल बाद वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत ने जीता 'गोल्ड', देखें Video

22 साल बाद वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत ने जीता 'गोल्ड', देखें Video

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-30 07:58 GMT
22 साल बाद वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत ने जीता 'गोल्ड', देखें Video

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका में चल रही वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत की सैखोम मीराबाई चानू ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते हुए "गोल्ड मेडल" जीता है। उन्होंने 194 किलो (85 किलो स्नैच और 109 किलो क्लीन एंड जर्क) में उठाते हुए ये कारनामा किया है। इसी के साथ मीराबाई चानू इस चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला वेटलिफ्टर बन गईं हैं। इससे पहले 1995 में भारत ने इस चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था।

 


22 साल बाद मिला गोल्ड

अमेरिका के आनाहिम में हुई वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर मीराबाई चानू ने एक बहुत बड़ा अचिवमेंट हासिल कर लिया गया है। उन्होंने 22 साल बाद इस चैंपियनशिप में गोल्ड दिलाया है। चानू से पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने 1995 में इस चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था। इस चैंपियनशिप में चानू ने महिलाओं के 48 किलो इवेंट में हिस्सा लिया था। फाइनल में चानू ने पहले 85 किलो का वजन उठाया और इसके बाद 109 किलो का वजन भी उन्होंने उठाकर भारत को दूसरा गोल्ड दिला दिया।

 



कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए कर चुकी हैं क्वालिफाय

भारत की तरफ से सैखोम मीराबाई चानू अगले साल होने वाले क्वालिफाय गेम्स के लिए पहले ही क्वालिफाय कर चुकी हैं। चानू ने इसी साल ऑस्ट्रेलिया में हुए कॉमनवेल्थ सीनियर वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर कॉमनवेल्थ के लिए क्वालिफाय किया था। बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स साल-2018 में ऑस्ट्रेलिया के गोल्डकोस्ट में होने वाले हैं।

रियो में मिली थी शर्मनाक हार

मीराबाई चानू ने पिछले साल हुए रियो ओलंपिक में भी हिस्सा लिया था। यहां उनका प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा था। ओलंपिक में 48 किलो के इवेंट में चानू अपने तीनों प्रयासों में एक बार भी वजन नहीं उठा पाईं थीं। चानू इस ओलंपिक में उन दो वेटलिफ्टरों में शामिल थी, जो इस प्रतियोगिता को पूरा नहीं कर पाए थे, लेकिन इस बार चानू ने ओलंपिक की गलती को नहीं दोहराया।

तिरंगा देखकर निकल पड़े आंसू

वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने के बाद मीराबाई चानू जैसे ही पोडियम पर चढ़ी तो तिरंगा देखकर उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े। इस चैंपियनशिप में थाईलैंड की सुकचारोन तुनिया ने सिल्वर और सेगुरा अना इरिस ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता। बता दें कि डोपिंग से जुड़े मसलों के कारण रुस, चीन, कजाखस्तान, यूक्रेन और अजरबैजान जैसे देश इस चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाए। 

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