पोलार्ड ने मैदान पर की ऐसी हरकत, किसी को नहीं थी उम्मीद
पोलार्ड ने मैदान पर की ऐसी हरकत, किसी को नहीं थी उम्मीद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अक्सर क्रिकेट के ग्राउंड पर कई ऐसी बातें देखने को मिलती है जो क्रिकेट को एक महान खेल बना देती हैं। हाल ही में टीम इंडिया के रोहित शर्मा ने श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा के 300 विकेट पूरे होने पर ग्राउंड पर ही गले लगा लिया था। जिससे रोहित की स्पोर्ट्समैनशिप साफ झलकी थी, लेकिन कई बार ग्राउंड पर कुछ ऐसी हरकतें भी हो जाती हैं, जो क्रिकेट को बदनाम सा कर देती हैं। ऐसी ही कुछ हरकत वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर कीरोन पोलार्ड ने की। पोलार्ड ने कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) में एविन लुईस को रिकॉर्ड तेज शतक बनाने से रोकने के लिए जानबूझकर नो-बॉल डाल दी। हालांकि पोलार्ड की टीम इसी नो-बॉल की वजह से हार भी गई, क्योंकि उस टीम को जीत के लिए एक रन की जरूरत थी, लेकिन पोलार्ड एविन लुईस को सबसे तेज शतक बनाने से रोकना चाहते थे, इसलिए उन्होंने नो-बॉल डाल दी।
क्या हुआ था?
कैरेबियन प्रीमियर लीग का ये मैच रविवार को सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रियट्स और बारबाडोस ट्राइडेंट्स के बीच खेला जा रहा था। पोलार्ड पेट्रियट्स टीम के कप्तान थे. इस टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 9 विकेट पर 128 रन बनाए थे। 129 रनों का पीछा करने उतरी ट्राइडेंट्स की टीम ने ये स्कोर केवल 7 ओवर में ही चेज़ कर लिया। ट्राइंडेट्स की तरफ से एविन लुईस ने सिर्फ 32 बॉलें खेली, जिसमें उन्होंने 11 छक्के और 6 चौकों की मदद से 97 रन बनाए। जबकि टी-20 के बादशाह कहे जाने वाले क्रिस गेल सिर्फ 14 बॉलों में 22 रन ही बना पाए। लुईस हर बॉल पर चौके-छक्के जड़ते रहे और गेल उन्हें सिर्फ देखते ही रह गए। एविन लुईस जब 97 के स्कोर पर पहुंचे तो उस वक्त उनकी टीम को जीत के लिए केवल 1 रन की जरूरत थी और लुईस जिस तरह से खेल रहे थे, उससे साफ था कि वो बाउंड्री के साथ ही अपना शतक पूरा करेंगे। उस समय पोलार्ड 8वां ओवर डालने आए और उन्होंने आते ही पहली बॉल नो-बॉल फेंक दी, जिससे लुईस अपनी शतक बनाने से चूक गए।
पोलार्ड ने जानबूझकर की नो-बॉल
पोलार्ड की हरकत को जानबूझकर की गई हरकत इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इस बॉल को डालने के लिए पोलार्ड काफी आगे तक चले गए, जिससे उनका पैर क्रीज से काफी बाहर चला गया। अगर पोलार्ड की ये बॉल नो-बॉल नहीं भी होती तो इसे वाइड बॉल करार दिया जाता क्योंकि ये काफी बाहर भी थी। इस तरह से पोलार्ड ने लुईस को रिकॉर्ड बनाने से रोक दिया। पोलार्ड की इस हरकत का सोशल मीडिया पर भी बहुत विरोध किया जा रहा है।
सहवाग के साथ भी हो चुकी है ऐसी हरकत
टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को भी एक बार इसी तरह की हरकत का सामना करना पड़ा था। 2010 में इंडिया और श्रीलंका के बीच ट्रांएगुलर सीरीज का तीसरा मैच दांबुला में खेला जा रहा था। उस मैच में श्रीलंका ने पहले बैटिंग करते हुए 171 रनों का टारगेट दिया। जिसे इंडिया ने सिर्फ 34.3 ओवरों में ही 4 विकेट खोकर चेज़ कर लिया। इस मैच में सहवाग जब 99 रनों पर खेल रहे थे, उस समय टीम इंडिया को जीत के लिए केवल 1 रन चाहिए थे, लेकिन सूरज रणदीव ने नो-बॉल डालकर सहवाग को शतक पूरा करने से रोक दिया था।