धोनी से मिलती है 'हरमन' की STORY, कठिन दिनों में सचिन ने की मदद
धोनी से मिलती है 'हरमन' की STORY, कठिन दिनों में सचिन ने की मदद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हर सफल इंसान का जीवन संघर्षों से भरा रहता है। सफलता के बाद सामने आई ऐसी अनेक कहानियां हमें इतिहास के पन्नों पर पढ़ने या बायोग्राफी पर बनी फिल्मों में देखने मिलती हैं। फिर चाहे वह एमएस धोनी हों या एमसी मेरिकाॅम। आज हम यहां बात कर रहे हैं अनेक क्रिकेटर्स को पीछे छोड़कर देश का नाम दुनियाभर में फैलाने वाली महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर की।
हरमन की कहानी भी धोनी से मिलती है। कठिन दिनों में इनकी किसी ने मदद की तो वह हैं सचिन तेंदुलकर, ये भी क्रिकेट की दुनिया में मुकाम बनाने की तलाश में पहले रेलवे में नौकरी करती थीं। हालांकि इन्हें नौकरी भी यूं ही नहीं मिली थी। काबिल होने के बाद भी उच्च अधिकारियों ने इनके आवेदन को ठुकरा दिया था।
पूर्व महिला क्रिकेटर ने इस किस्से के बारे में बताया पूर्व क्रिकेटर डायना एडुलजी ने। वे कहती हैं कि हरमन का जीवन भी कठिन संघर्ष से ही शुरू हुआ। 24 साल की इस क्रिकेटर को उस वक्त नाॅर्दन रेलवे में नौकरी का प्रस्ताव मिला था। डायना उन्हें चीफ आॅफिस सुपरीटेंडेंट का पद देना चाहती थीं, लेकिन दिल्ली में अधिकारियों ने हामी नही भरी। ऐसे में डायना ने सचिन तेंदुलकर से बात की और उन्हें हरमन के बारे में बताया।
यहां ज्यादा बड़ी बात ये निकली कि सचिन पहले से ही हरमन की खूबियों को जानते थे और बतौर राज्यसभा सदस्य सचिन ने रेलवे के बड़े अधिकारियों को चिट्ठी लिखी और उन्हें वेस्टर्न रेलवे में नौकरी मिल गई। ये किस्सा आज भी ना ही डायना भूली हैं और ना ही हरमन। महिला विश्वकप में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद यकीनन सचिन को भी हरमन का ये किस्सा जरुर याद आया होगा।