ऑपरेशन के बाद 11 की रोशनी गई, अस्पताल का लाइसेंस निरस्त

ऑपरेशन के बाद 11 की रोशनी गई, अस्पताल का लाइसेंस निरस्त

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-17 10:42 GMT
ऑपरेशन के बाद 11 की रोशनी गई, अस्पताल का लाइसेंस निरस्त

डिजिटल डेस्क,इंदौर। इंदौर के एक अस्पताल से बड़ी लापरवाही समाने आई है। यहां आई अस्पताल में 11 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई। सभी मरीज 8 अगस्त को राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम के तहतऑपरेशन के लिए अस्पताव में भर्ती हुए थे। उसी दिन सभी मरीजों का ऑपरेशन हुआ और अगरे दिन आंखों में दवा डालने के बाद इंफेक्शन हो गया। घटना सामने आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सभी पीड़ितों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। 

मरीजों ने मचाया हंगामा

आंखों में दवा डालने के बाद ही मरीजों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। कई मरीज रोने लगे, कई को सिर्फ काली परछाई दिखाई दे रही है। जांच के बाद डॉक्टरों ने माना कि इंफेक्शन हो गया है। हालांकि रोशनी जाने की सही कारण सामने नहीं आया है।

जांच के लिए कमेटी बनाई

वहीं मामला की जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। सभी मरीजों को आगे इलाज के लिए चोइथराम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। सभी पीड़ितों का इलाज का खर्चा सरकार देगी।  मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीड़ितों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है। 

दोषियों को मिलेगी कड़ी सजा

स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि दोषियों को कड़ा सजा मिलेगी। यह एक दुखद घटना है, हमने जांच के लिए कमेटी बनाई है। इधर मंत्री जीतू पटवारी ने हॉस्पिटल का लाइसेंस निरस्त कर ऑपरेशन थिएटर को सील करवा दिया है। कलेक्टर लोकेश जावट ने तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी मामले की जांच करेंगे। 

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