मनपा के 12 कर्मचारी बर्खास्त, बैक डोर एंट्री बताकर मनपा आयुक्त ने की कार्रवाई

मनपा के 12 कर्मचारी बर्खास्त, बैक डोर एंट्री बताकर मनपा आयुक्त ने की कार्रवाई

Anita Peddulwar
Update: 2020-06-06 08:06 GMT
मनपा के 12 कर्मचारी बर्खास्त, बैक डोर एंट्री बताकर मनपा आयुक्त ने की कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका के 12 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।  मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे ने इन नियुक्तियों को बैक डोर एंट्री बताते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं। कर्मचारियों को कार्यमुक्त करने को लेकर मनपा में हड़कंप मचा है। कार्यमुक्त करने का आदेश जारी होने की भनक लगते ही कर्मचारियों ने रोष जताया है। 

रद्द हुई थीं नियुक्तियां
गौरतलब है कि मनपा मेंे भर्ती घोटाला होने की जांच के बाद 2 फरवरी 2002 को 106 कर्मचारियों की नियुक्तियां रद्द कर दी गई थीं। उसके बाद 11 नवंबर 2010 को 89 कर्मचारियों को बहाल किया गया था। उस मामले में अन्य 17 कर्मचारियों को 3 अगस्त 2019 को बहाल किया गया था। उन्हीं में से 12 कर्मचारियों को अब बर्खास्त किया गया है।

न्यायालय ने भी नियुक्ति रद्द करने को कहा था
12 कर्मचारियों को कार्यमुक्त करने संबंधी आदेश में उल्लेख है कि न्यायालय ने भी इन नियुक्तियों को रद्द करने को कहा था। बॉम्बे उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ ने 17 मार्च 2001 को दिए निर्णय में साफ किया था कि बैक डोर से मनपा में नियुक्त कर्मचारियों को नियमित न किया जाए। इस मामले में अडतानी समिति ने न्यायालय में रिपोर्ट पेश की थी। उसे 30 जनवरी 2002 को उच्च न्यायालय ने स्वीकृत किया था। तत्कालीन आयुक्त ने 23 मई 2018 को राज्य सरकार को भेजे पत्र में कहा था कि इन कर्मचारियों को नियमित करना उचित नहीं होगा।

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