अपहरण करने के बाद किशोर को बोरे में बंद कर रेलवे स्टेशन पर छोड़ गए

अपहरण करने के बाद किशोर को बोरे में बंद कर रेलवे स्टेशन पर छोड़ गए

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-22 07:53 GMT
अपहरण करने के बाद किशोर को बोरे में बंद कर रेलवे स्टेशन पर छोड़ गए

डिजिटल डेस्क जबलपुर। मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंं. 6 पर रखे एक बोरे में हरकत होने से वहां मौजूद यात्रियों में दहशत फैल गई, उन्होंने तुरंत इसकी सूचना जीआरपी को दी और जब जीआरपी टीम ने आकर बोरे को खोला तो उसमें से एक 17 वर्ष का किशोर निकला,  जिसे देखते ही स्टेशन पर हड़कम्प मच गया। किशोर के शरीर पर ब्लेड के गहरे निशान थे, वो दर्द से कराह रहा था। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि 19 सितम्बर को दो युवकों ने उसे बेहोश कर उसका अपहरण कर लिया था। जीआरपी के थाना प्रभारी वाईपी मिश्रा ने बताया कि प्लेटफार्म नं.6 पर मौजूद यात्रियों को एक बोरा हिलता हुआ दिखाई देने पर उन्होंने स्टेशन पर गश्त लगा रहे राघवेन्द्र उमरमलिया और मनीष शर्मा को इसकी जानकारी दी। दोनों ने बोरे को खोला तो उसमें एक किशोर निकला।

किशोर का नाम अनिरुद्ध पांडे बताया
लड़के ने अपना नाम अनिरुद्ध पांडे बताया, जो अपने परिवार के साथ विजयराघवगढ़ में रहता है। किशोर ने बताया कि 19 सितम्बर को जब वो घर से निकला तो पीछे से दो युवक, जिनकी उम्र करीब 20 से 22 वर्ष होगी, ने उसे नाम लेकर बुलाया और फिर एक रुमाल निकाल कर उसके मुंह पर रख दिया, जिसके बाद वो बेहोश हो गया। काफी समय के बाद जब उसे होश आया तो उसने खुद को एक बोरे में बंद पाया और गाड़ी चलने की आवाज सुनाई दी। किशोर ने बताया कि अपहरण करने के बाद उन्होंने उसके शरीर पर ब्लेड से कई वार किए, जिससे उसकी कलाई, कंधे और छाती में से खून निकलने के बाद सूख गया। वो उसे गाड़ी में लेकर घूमते रहे, उसके बाद न जाने क्या सोचने के बाद वो उसे स्टेशन पर छोड़कर भाग लिए। युवकों ने किशोर का अपहरण क्यों किया, इसके बारे में न तो किशोर कुछ बताने की स्थिति में है और न ही जीआरपी अभी तक कुछ पता लगा पाई है क्योंकि अपरहरणकर्ताओं ने किशोर के घर पर फोन कर किसी प्रकार की धमकी या फिरौती नहीं मांगी है। बाद में जीआरपी ने किशोर के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि विजयराघगढ़ थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज है। जिसके आधार पर पिता को बुलवाकर किशोर को उनके हवाले कर दिया गया।

 

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