मराठा आंदोलन : एक रात में 185 लोग गिरफ्तार, संगठनों ने कहा- अब अनशन होगा
मराठा आंदोलन : एक रात में 185 लोग गिरफ्तार, संगठनों ने कहा- अब अनशन होगा
डिजिटल डेस्क, पुणे। महाराष्ट्र बंद के दौरान चांदनी चौक में पुलिस पर पथराव करने के मामले में गुरुवार देर रात 185 लोगों को गिरफ्तार किया गया। महाराष्ट्र बंद के दौरान दोपहर तीन से शाम छह के दौरान पुणे -बंगलुरू महामार्ग पर जाम लगाया गया था। पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की गई थी, लेकिन पुलिस पर जमकर पथराव किया गया। जिसमें पांच पुलिस कर्मी घायल हो गए। दो पुलिस गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई थी। पुलिस ने आंसू गैस छोड़े और फिर लाठीचार्ज कर स्थिति पर काबू पाया। उसके बाद लगातार गिरफ्तारी शुरु की। जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आंदोलन करने वाले लोगों पर बंडगार्डन पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।
सड़कों पर आंदोलन नहीं अब अनशन होगा
मराठा क्रांति मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि अब मांगों के लिए सड़क पर आंदोलन नहीं होगा, बल्कि 15 अगस्त से चूल्हा बंद, अन्न त्याग, तहसील और जिला स्तर पर श्रृंखलाबद्ध अनशन किया जाएगा। संगठन ने शुक्रवार को कहा कि आरक्षण को लेकर किए गए आंदोलन में बाहर की शक्ति ने घुसकर हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया है। इसमें मराठा आंदोलनकर्ताओं का किसी भी प्रकार का सहभाग नहीं था। इसके बाद आगे से सड़क पर प्रदर्शन नहीं किया जाएगा।
गुरुवार को मोर्चा ने महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया था। इस दौरान जिलाधिकारी कार्यालय में तोड़फोड़ की गई। पौड़ रोड पर साइकिलों को जला दिया गया। चांदनी चौक में पुलिस पर पथराव किया गया। कई जगहों पर बस, निजी वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इसे लेकर संगठन ने अपनी भूमिका स्पष्ट की।
इस तरह हिंसक हुआ आंदोलन
समन्वयकों ने कहा कि हमनें शांति के मार्ग से आंदोलन करने का निर्णय लिया था। आंदोलकों ने कुछ जगहों पर रास्ता रोको, रेल रोको, धरना दिया गया। जिलाधिकारी को मांगों का ज्ञापन सौंपा और राष्ट्रगीत गाकर वहां से जाने के लिए कहा गया, लेकिन आंदोलनकर्ताओं के वहां से जाने के बाद हंगामा हुआ और आंदोलन ने हिंसक मोड़ ले लिया। हिंसा करने वाले असामाजिकतत्व थे। तोड़फोड़, आगजनी की घटनाएं हुई हैं, उससे मराठा आंदोलकों को कोई भी संबंध नहीं है। ये बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज देखकर कार्रवाई करनी चाहिए। तोड़फोड़ की घटनाओं की सीआईडी जांच हो। ऐसी भी मांग की गई।