अमरावती जिले के 2 लाख 42 विद्यार्थी गणवेश से वंचित
अमरावती अमरावती जिले के 2 लाख 42 विद्यार्थी गणवेश से वंचित
डिजिटल डेस्क, अमरावती । इस वर्ष समूचा देश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है। इस उत्सव को व्यापक स्तर पर सफल बनाने की तैयारी प्रशासन की ओर से चल रही है लेकिन अमरावती जिले की जिला परिषद की शाला में पढ़ने वाले 2 लाख 42 हजार 476 विद्यार्थी अभी भी नि:शुल्क गणवेश से वंचित है। इसके लिए आवश्यक निधि अभी तक प्राप्त नहीं होने से स्वतंत्रता दिवस समारोह में इन विद्यार्थियों को बिना गणवेश के ही उपस्थित रहना पड़ेगा।
जानकारी के अनुसार इस शैक्षणिक वर्ष में जिप शाला के कक्षा पहलीं से 8वीं के लाभार्थी विद्यार्थियों की संख्या 2 लाख 42 हजार 776 है। इसमें से सभी विद्यार्थी तथा aएससी, एसटी, ओबीसी व आर्थिक दुर्बल घटकों के छात्रों को 600 रुपए के दो गणवेश मिलने चाहिए। किंतु अमरावती जिले के विद्यार्थी 15 अगस्त तीन दिन पर आ पहुंचा। लेकिन गणवेश निधि नहीं मिलने से इस वर्ष का स्वतंत्र दिन के अमृत महोत्सव में बगैर गणवेश के जाएंगे। स्वतंत्र मिलने को 75 वर्ष पूर्ण हो रहे है। जिससे अमृत महोत्सव जोरशोर से मनाया जा रहा है किंतु स्थानीय निकाय संस्था विद्यार्थी मात्र बगैर गणवेश के ध्वजारोहण समारोह में उपस्थित रहेंगे। यह निधि शालाओं को तत्काल वितरित करने की मांग की जा रही है।
जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष से सरकार ने समुग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत मिलनेवाला सभी प्रकार का निधि सार्वजनिक, वित्तीय व्यवस्थापन सेवा (पीएफएमएस) प्रणाली के माध्यम से उपलब्ध किया जाता है। उसके लिए सिंगल नोडल अकाऊंट (एनएनए) के तौर पर राज्य स्तर पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र का चयन किया। किंतु इस बैंक की यंत्रणा व तकनीकी मुद्दों के कारण यह प्रणाली ठीक तरह से कार्यान्वित नहीं हुई। जिससे समग्र शिक्षा के अन्य अनुदान के साथ ही विद्यार्थियों को निशुल्क गणवेश योजना का निधि पीएफएमएस प्रणाली के घोटाले में फसने की जानकारी मिली है।
शालाओं को तत्काल निधि उपलब्ध करें
गणवेश समेत सभी प्रकार का निधि शालाओं को तत्काल उपलब्ध करें। इस तरह की मांग महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समिति के जिलाध्यक्ष गोकुलदास राऊत, जिला महासचिव संभाजी रेवाले, कार्याध्यक्ष प्रशांत निमकर, कोषाध्यक्ष लक्ष्मीकांत देशमुख, राज्य प्रसिध्दि प्रमुख राजेश सावरकर, राज्य महिला प्रतिनिधि प्रवीणा कोल्हे समेत अन्य सदस्योंं ने जिप के मुख्य कार्यपालन अधिकारी व जिप की प्राथमिक शिक्षाधिकारी से की है।