नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग पर 25,165 करोड़ करोड़ रुपए खर्च 

नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग पर 25,165 करोड़ करोड़ रुपए खर्च 

Anita Peddulwar
Update: 2021-03-06 14:04 GMT
नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग पर 25,165 करोड़ करोड़ रुपए खर्च 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नागपुर-मुंबई हिंदू हृदयसम्राट बालासाहब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग के निर्माण पर अब तक 25,165.34 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। जबकि समृद्धि महामार्ग परियोजना की अनुमानित राशि 55,335.34 करोड़ रुपए है। इस परियोजना का काम साल 2021-22 में पूरा होने का अनुमान है। महाराष्ट्र विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश की गई आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2020-21 में यह जानकारी सामने आई है। इसके अनुसार समृद्धि महामार्ग के लिए कुल 9,599.99 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है। जिसमें से 8,861.02 हेक्टेयर भूमिअधिग्रहण हो चुका है।

दिसंबर 2020 तक भूमिअधिग्रहण पर 7,424.37 करोड़ रुपए खर्च हुआ है। समृद्धि महामार्ग की लंबाई 701 किमी है। जबकि चौड़ाई 120 मीटर है। यह महामार्ग आठ लेन का होगा। समृद्धि महामार्ग 10 जिले, 26 तहसीलों और 392 गांवों से होकर गुजरेगा। इससे इस महामार्ग 24 जिलों जुड़ जाएगा। राज्य और राष्ट्रीय महामार्ग के क्रॉसिंग पॉइंट्स की जगह पर 24 कृषि समृद्धि केंद्र विकसित किए जाएंगे। समृद्धि महामार्ग का निर्माण काम पूरा होने के बाद नागपुर से मुंबई तक का सफर आठ घंटे में तय किया जा सकेगा। यह महामार्ग नागपुर के बुटीबोरी, वर्धा, अमरावती, जालना, औरंगाबाद के चिकलठाणा, शेंद्रा, वालूज और नाशिक के सिन्नर औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ेगा। जबकि वर्धा के सेवाग्राम, कारंजा(लाड), लोणार, सिंदखेडराजा, वेरुळ और शिर्डी जैसे पर्यटन तथा तीर्थक्षेत्र भी जुड़ जाएंगे। समृद्धि महामार्ग का निर्माण महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल की (एमएसआरडीसी) की ओर से किया जा रहा है। 

औरंगाबाद के ऑरिक सिटी में 5 हजार करोड़ का निवेश
दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे के तहत औरंगाबाद औद्योगिक शहर (ऑरिक सिटी) में 5 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश हुआ है। इससे 2 हजार 811 रोजगार का सृजन हुआ है। विधानमंडल में पेश आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। इसके अनुसार ऑरिक सिटी में 212 एकड़ क्षेत्र के 62 भूंखड निवेशकों को वितरित किए जा चुके हैं। 
 

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