14 अक्टूबर को बनाई जाएगी 3000 किलोग्राम खिचड़ी, फ्री में होगा वितरण

14 अक्टूबर को बनाई जाएगी 3000 किलोग्राम खिचड़ी, फ्री में होगा वितरण

Anita Peddulwar
Update: 2018-10-12 09:02 GMT
14 अक्टूबर को बनाई जाएगी 3000 किलोग्राम खिचड़ी, फ्री में होगा वितरण

डिजिटल डेस्क, नागपुर। खिचड़ी का अपना अलग ही महत्व है। देश के हर क्षेत्र में इसे लोग पसंद करते हैं। गुजरात, खानदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों में लगभग 80 प्रतिशत लोग खिचड़ी को मुख्य आहार में शामिल करते हैं।  खिचड़ी को राष्ट्रीय ‘अन्न’ घोषित करने के उद्देश्य से 14 अक्टूबर को नागपुर में 3000 किग्रा खिचड़ी एक साथ बनाई जाएगी। यह जानकारी शेफ विष्णु मनोहर ने पत्रकार वार्ता में दी। 

केन्द्रीय मंत्री व पालकमंत्री रहेंगे उपस्थित
उन्होंने बताया कि सुबह 6 बजे से खिचड़ी बनाने की शुरुआत होगी। 10 बजे कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी करेंगे। प्रमुख अतिथि पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले होंगे। सुबह 10 से दाेपहर 1 बजे तक खिचड़ी का नि:शुल्क वितरण शुरू किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन चिटणीस पार्क स्टेडियम में होगा।  शेफ विष्णु मनोहर द्वारा खिचड़ी बनाई जाएगी। उन्होंने  बताया कि रिकॉर्ड के लिए उन्हें गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक आॅफ रिकॉर्ड से सहमति पत्र दिया जा चुका है। पत्रकार वार्ता में संस्था के अध्यक्ष संजय भेंडे, उपाध्यक्ष विजय शाहाकार, गड़चिरोली जिला मैत्री परिवार के निरंजन वासेकर, विजय जथे, मिलिंद देशकर, राजीव जायसवाल, निंरजन वासेकर, साईं भक्त परिवार के अश्विन ढोमणे  मौजूद थे।

इस तरह तैयार होगी खिचड़ी
3000 किग्रा की खिचड़ी 500 किग्रा दाल-चावल, 500 किग्रा सब्जियां, 100 किग्रा घी, 50 किग्रा मसाले आदि सामग्री से बनाई जाएगी। इसमें करीब 2000 लीटर पानी का उपयोग होगा। इसके लिए कोल्हापुर से विशेष कड़ाही मंगाई गई है। इसकी 3128 किग्रा खिचड़ी बनने की क्षमता है। खिचड़ी को चलाने के लिए 11 फीट लंबा और 20 इंच चौड़ा चमचा है। विशेष कड़ाही का निर्माण कोल्हापुर के इंजीनियर नीलेश पै के मार्गदर्शन में किया गया है। खिचड़ी का निर्माण शेफ विष्णु मनोहर द्वारा अकेले ही किया जाएगा। खिचड़ी बनाने के लिए 3 ट्रैक्टर जलाऊ लकड़ी का इस्तेमाल किया जाएगा। इममे मिनरल वॉटर यूज किया जाएगा। विशेष आयोजन के लिए शहर के 15 स्कूलों के बच्चों को और विभिन्न अनाथ आश्रम तथा वृद्धाश्रमों को आमंत्रित किया गया है। सभी नागरिकों को खिचड़ी के लिए घर से स्टील या अन्य धातु के बर्तन लाने होंगे। प्लास्टि के बर्तन या पन्नी में खिचड़ी नहीं दी जाएगी।
 

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