नागपुर जिले में 313 ग्रामीण आंगनवाड़ियाें को स्वतंत्र इमारत भी नहीं हो रही नसीब

शिक्षा के बुरे हाल नागपुर जिले में 313 ग्रामीण आंगनवाड़ियाें को स्वतंत्र इमारत भी नहीं हो रही नसीब

Anita Peddulwar
Update: 2022-06-23 06:19 GMT
नागपुर जिले में 313 ग्रामीण आंगनवाड़ियाें को स्वतंत्र इमारत भी नहीं हो रही नसीब

डिजिटल डेस्क, नागपुर । देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। उसी देश में आज भी पूर्व प्राथमिक संस्कार केंद्र माने जाने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों में आवश्यक सुविधाओं का अभाव है। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कहने के लिए 2161 आंगनवाड़ियां हैं, उनमें से 313 आंगनवाड़ियों को स्वतंत्र इमारत भी नसीब नहीं हो पाई। 145 आंगनवाड़ियां किराए के मकान में हैं। सालाना किराया 38 लाख, 80 हजार रुपए भुगतान किया जाता है।

शौचालय का भी अभाव : ग्रामीण क्षेत्र में 2161 आंगनवाड़ियां हैं। 250 आंगनवाड़ियों में शौचालय नहीं है। 1848 आंगनवाड़ियों की अपनी स्वतंत्र इमारत है। 145 आंगनवाड़ियां किराए के मकान में हैं। 10 निजी इमारत, 85 स्कूल की इमारत, 38 समाज मंदिर, 12 ग्राम पंचायत और 23 अन्य जगह में चलाई जा रही हैं। 1911 आंगनवाड़ियों में शौचालय की सुविधा है। पीने के पानी की सभी आंगनवाड़ियों में सुविधा उपलब्ध होने का जिला परिषद के महिला व बाल विकास विभाग का दावा है।

महिला व बालकों के स्वास्थ्य की देखभाल : आंगनवाड़ी केंद्रो में शून्य से 6 साल उम्र के बालक, गर्भवती तथा किशोर उम्र लड़कियों के स्वास्थ्य की नियमित देखभाल की जाती है। स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से बालकों का नियमित टीकाकरण, गर्भवती तथा किशोर उम्र लड़कियों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं महिला व बाल विकास विभाग की ओर से पोषण आहार दिया जाता है। 
 

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