प्रापर्टी टैक्स वसूलने मनपा नासिक की तर्ज पर निजी एजेंसी को सौंपेगी जिम्मेदारी

प्रापर्टी टैक्स वसूलने मनपा नासिक की तर्ज पर निजी एजेंसी को सौंपेगी जिम्मेदारी

Anita Peddulwar
Update: 2018-11-21 05:12 GMT
प्रापर्टी टैक्स वसूलने मनपा नासिक की तर्ज पर निजी एजेंसी को सौंपेगी जिम्मेदारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी की 4 लाख संपत्तियों का मूल्यांकन हो चुका है, जिससे मनपा को 300 करोड़ रुपए का कर मिलेगा। करीब 2 लाख और संपत्तिधारक हैं, जिनकी संपत्ति का मूल्यांकन होना बाकी है। इसके अतिरिक्त मनपा का बकाया संपत्ति कर (एरियर) 300 करोड़ के करीब है। संपत्ति कर की वसूली के लिए मनपा नाशिक की तर्ज पर निजी एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपने वाली है। इससे अधिक कर जमा होने के कयास लगाए जा रहे हैं।

टैक्स कलेक्टर की स्थिति
विभाग में कुल 160 टैक्स कलेक्टर के पद हैं। इसमें 152 पद भरे हुए हैं, जबकि 8 पद रिक्त हैं। इतना ही नहीं, 26 कर्मचारी अन्य विभागों में काम कर रहे हैं, जबकि वेतन संपत्ति कर विभाग देता है। इससे वर्तमान में मनपा में कुल 126 टैक्स कलेक्टर हैं। नए आकृतिबंध में मनपा ने 240 टैक्स कलेक्टर की आवश्यकता बताई है।

अब तक की स्थिति
जानकारी के अनुसार, मनपा ने इस साल अब तक 110 करोड़ रुपए का टैक्स जमा किया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में सिर्फ 87 करोड़ रुपए जमा हुआ था। पिछले आंकड़ों को देखें तो 23 करोड़ रुपए अधिक मनपा की तिजोरी में जमा हुए हैं। अक्टूबर के आंकड़ों के अनुसार, इसमें 27 करोड़ रुपए बकाया संपत्ति कर (एरियर) का है। इसके अनुसार, 293 करोड़ रुपए एरियर अभी वसूलना बाकी है। मनपा में मूल्यांकन के पहले करीब 5 लाख संपत्ति थी, जिससे करीब 165 करोड़ रुपए संपत्ति कर की वसूली होती थी।

वर्तमान में मनपा द्वारा 4 लाख संपत्तियों को मूल्यांकन किया जा चुका है, जिससे 300 करोड़ संपत्तिकर मनपा को मिलेगा, जबकि 1 लाख नई संपत्तियां सामने आने से कुल संपत्तियों की संख्या करीब 6 लाख हो जाएगी। ऐसे में 2 लाख संपत्तियों का मूल्यांकन होना शेष रह गया है। इससे मनपा को करीब 150 करोड़ रुपए संपत्ति कर के रूप में मिलेंगे। सभी संपत्तियों को मूल्यांकन होने के बाद मनपा को हर साल संपत्ति कर से 450 करोड़ रुपए मिलने का दावा किया जा रहा है। टैक्स वसूली अधिक हो इसके लिए एजेंसी को इंटेंसिव दिया जाएगा।
 

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